याद आई कम्बल-रजाई, सुबह-शाम महसूस हो रही सिहरन
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जौनपुर। आहिस्ता-आहिस्ता जनपद में मौसम के मिजाज में परिवर्तन आना शुरू हो गया है।दिन में भले तापमान स्थिर हो लेकिन सुबह शाम न्यूनतम तापमान में गिरावट के चलते सिहरन का एहसास होने लगा है। शहरी इलाकों की तुलना में ग्रामीण इलाकों में हल्की सर्द हवाओं का असर थोड़ा ज्यादा महसूस किया जा रहा है।सिहरन के एहसास से रजाई और कम्बल की जरूरत पड़ने लगी है। ग्रामीण इलाकों में सुबह हल्के कोहरे का असर स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है यह विकास खंड मछलीशहर के गांव बामी का सोमवार सुबह का दृश्य है जहां हल्के कुहरे के बीच सूरज की रोशनी कमजोर दिख रही है।
सुबह शाम लुढ़के तापमान के चलते बच्चों को लेकर विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है इससे बचने के लिए उन्हें फुल बाजू के कपड़े और ट्रैक सूट पहनाकर ही घर के बाहर सुबह ले जाना उचित रहेगा। तापमान में यह गिरावट डेंगू फैलाने वाले मच्छरों की सक्रियता कम करने में मदद कर सकती है क्योंकि कम तापमान में इनका प्रजनन और गतिशीलता दोनों घट जाती है। तापमान में गिरावट खेती के लिए भी अच्छी है क्योंकि इस समय बोई जाने वाली फसलों में इससे अंकुरण अच्छा होगा विशेष कर धनिया और बथुआ के लिए। तापमान में गिरावट का असर लोगों के खान-पान पर भी पड़ा है लोग कोल्ड ड्रिंक आदि छोड़ नाश्ते में चाय पकौड़ी पसंद कर रहे हैं।