शोधगंगा पोर्टल पर सर्वाधिक अपलोडिंग के लिए पीयू को मिला अवार्ड
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जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वान्चल विश्वविद्यालय यूजीसी के शोधग्रंथ पोर्टल शोधगंगा प्रदेश के राज्य विश्वविद्यालय में 8822 शोधग्रंथ के साथ द्वितीय और देश में दसवॉं स्थान पर है। इस उत्कृष्ट कार्य के लिए पूर्वांचल विश्वविद्यालय को अवार्ड दिया गया है।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा निर्मित शोधगंगा एक ऐसा प्लेटफार्म है जिस पर देश के सात सौ से अधिक विश्वविद्यालय से शोध ग्रंथ को अपलोड किया जा रहा है। वर्तमान समय में 490000 शोधग्रंथ एवं 9783 सिनाप्सिस उपलब्ध है। यह इण्टरनेट के माध्यम से कोई भी शोधग्रंथ को चेक कर सकता है। पूर्वान्चल विश्वविद्यालय द्वारा शोध ग्रंथ को अपलोड करने का कार्य 2016 में प्रारम्भ हुआ । इस कार्य का सफलता पूर्वक संचालन शोधगंगा के विश्वविद्यालय समन्वयक डा. विद्युत कुमार मल द्वारा किया जा रहा है।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अंतर विश्वविद्यालय केन्द्र सूचना एवं पुस्तकालय नेटवर्क केन्द्र , गांधीनगर, द्वारा आयोजित 26वॉं अन्तरराष्ट्रीय सिम्पोजियम थेसिस एवं डिजरटेसन , इटीडी 26-28 अक्टूबर को आयोजित हुआ। इसमें 700 से अधिक भारतीय विश्वविद्यालयों द्वारा सर्वाधिक संख्या में अपलोड किये गये थेसिस के आधार पर 10 विश्वविद्यालय में से वीर बहादुर सिंह पूर्वान्चल विश्वविद्यालय को उनका उत्कृष्ट योगदान के लिये अवार्ड दिया गया । जिनको शोधगंगा के विश्वविद्यालय समन्वयक डा. विद्युत कुमार मल को 27 अक्टूबर को गांधीनगर में आयोजित सिम्पोजियम में इस अवार्ड को दिया गया। जो विश्वविद्यालय के लिये बहुत बड़ी उपलब्धि है एवं एक गौैरव की बात है। इसके लिये वीर बहादुर सिंह पूर्वान्चल विश्विद्यालय की कुलपति प्रो.वन्दना सिंह ने विद्युत कुमार मल को बधाई दी और बताया कि यह अवार्ड विश्वविद्यालय के लिये गर्व की बात है। इस अवसर पर प्रो. मानस पाण्डेय मानद पुस्तकालयाध्यक्ष उपस्थित थे।