मां कुष्मांडा स्वरूप देवी मां का दर्शन करने के लिये लगी लम्बी कतार
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जौनपुर। शारदीय नवरात्रि के चौथे दिन दिन मां शीतला चौकिया धाम में माँ कुष्मांडा स्वरूप के दर्शन को भक्तगण दिनभर डटे रहे। उधर भोर साढ़े चार बजे मातारानी जी का दरबार खुलने के पश्चात माँ की आरती पूजन किया गया। भक्तगण कतार लगाकार माँ के दर्शन के लिये आरती समापन होने का इंतजार करते रहे। आरती हो जाने के बाद जैसे ही मंदिर पुजारी शिव कुमार पंडा व जय नारायण पंडा ने मुख्य कपाट खोला। दर्शन पूजन के लिये भक्तों का हुजूम उमड़ पड़ा। आचार्यों ने बताया कि कुष्मांडा देवी को सौभाग्य की देवी कहा जाता है। माँ के इस स्वरूप की विधिपूर्वक पूजन करने से भक्तों के सभी कष्ट दूर होते हैं और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। चौकियां धाम में दिनभर घंट, घड़ियाल की ध्वनि गुंजायमान रही। महिलाओं ने कहा कि माँ को हलवा, पूड़ी, नारियल, चुनरी का चढ़ावा चढ़ाया। तत्पश्चात भक्तगण तालाब किनारे स्थित बाबा कालभैरव का दर्शन पूजन किये। मान्यता है कि शक्तिपीठ का दर्शन करने के बाद बाबा कालभैरव का दर्शन करने से आराधना सम्पूर्ण मानी जाती है। दिनभर नौनिहालों का मुंडन तथा जनेऊ संस्कार होता रहा। मेला परिषद क्षेत्र में भूले बिछड़े को मिलाने के लिये मन्दिर के मुख्य द्वार पर पुलिस कंट्रोल रूम, खोया पाया केंद्र बनाया गया है जिससे भीड़ में भूले, बिछड़े हुए दर्शनार्थियों के परिजनों से मिलाने में काफी मदद मिल रही है। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस व पीएसी बल तैनात है।