डॉ उषा सिंह समेत पांच शिक्षकों का किया गया सम्मान
मुख्य अतिथि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डा. गोरखनाथ पटेल ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। हेमा श्रीवास्तव ने ध्वज वंदना पढ़ी। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डा. गोरखनाथ पटेल ने कहा कि हमारी संस्कृति में भी माता-पिता से भी ऊंचा दर्जा गुरु को दिया जाता है। एक तरफ जहां माता-पिता बच्चे को जन्म देते हैं तो शिक्षक उनके जीवन को आकार देते हैं। उन्होंने कहा कि जगत का प्रकाश, अँधेरे में प्रकाश स्तम्भ और वह आशा जो हमें जीवित रहने की शक्ति देती है, वही हमारे शिक्षक हैं। आगे कहा कि शिक्षक हमारे जीवन में सबसे महत्वपूर्ण शख्सियतों में से एक होता है, क्योंकि वे मार्गदर्शक हैं, जो लोगों को सही रास्ता दिखाते हैं। सांसारिक ज्ञान से अवगत कराते हैं।
निवर्तमान अध्यक्ष ने अतिथियों का स्वागत करते हुए बताया कि संस्था द्वारा हर साल 5 शिक्षकों को सम्मानित किया जाता है। सम्मानित होने वाले शिक्षकों का परिचय डा. संजीव मौर्य, ज़ीहशम मुफ्ती, संदीप गुप्ता, हेमा श्रीवास्तव व सैय्यद मोहम्द मुस्तफा ने पढ़ा। आभार संयोजक अमित पाण्डेय ने व्यक्त किया। संचालन सैय्यद मोहम्द मुस्तफा ने किया।
इस अवसर पर पूर्व अध्यक्ष नगर पालिका परिषद दिनेश टण्डन, संयोजक अशोक मौर्य, शिवानन्द अग्रहरि, मदन गोपाल गुप्ता, सोमेश्वर केसरवानी, डा. मदन मोहन वर्मा, महेन्द्र नाथ सेठ, यूटा जिलाध्यक्ष संजय सिंह, कमलेश यादव, संतोष तिवारी, अजय मौर्य, शत्रुघ्न मौर्य, सुरेश चन्द्र गुप्ता, लखन श्रीवास्तव, परमजीत सिंह, संजय सिंघानिया, संगीता गुप्ता, सुधारानी, गीता गुप्ता, सुभाष यादव, राम कुमार साहू आदि उपस्थित रहे।