राजनीति के पुरोधा थे जौनपुर के राजा
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जौनपुरः राजा श्रीकृष्ण दत्त स्नातकोत्तर महाविद्यालय, जौनपुर में स्व0 राजा यावदेन्द्र दत्त दुबे की 24वीं पुण्यतिथि मनायी गयी। प्राचार्य प्रो0 (डाॅ0) शम्भू राम, ने राजा साहब के प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्जवलित कर माल्यार्पण किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों ने राजा साहब के प्रतिमा के सम्मुख पुष्प अर्पित कर श्रद्वांजलि दिया। प्राध्यापक डाॅ0 रजनीकांत द्विवेदी, डाॅ0 गंगाधर शुक्ला एवं डाॅ0 मृत्युन्जय मिश्रा ने सस्वर शांति पाठ किया। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो0 (डाॅ0) शम्भू राम, ने श्रद्वांजलि समारोह में राजा साहब को कुशल राजनीतिज्ञ, बहुमुखी प्रतिभा का धनी बताया, उन्होनंे कहाकि महाविद्यालय में शिक्षण कार्य को और उन्नयन पर ले जाना ही स्वर्गीय राजा साहब के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
श्रद्धांजलि संगोष्ठी को महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य कैप्टन डाॅ0 अखिलेश्वर शुक्ला ने संबोधित करते हुए बताया कि जौनपुर रियासत के ग्यारहवें नरेश राजा यादवेन्द्र दत्त का जन्म सन-1918 को जौनपुर राजमहल में हुआ था। राजा यादवेन्द्र दत्त भारतीय जनसंघ व भाजपा के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे, तीन बार विधायक, नेता विरोधी दल व दो बार सांसद चुने गए। राजनीति के पुरोधा जौनपुर के राजा यादवेंद्र दत्त दुबे की आज पुण्यतिथि है। 09 सितंबर 1999 को इस दुनिया में अपने नश्वर शरीर को छोड़कर जाने वाले इस राजनीतिज्ञ को दो दशक से अधिक समय हो गए हैं, लेकिन आज भी उनकी यादें लोगों के बीच ताजा हैं।
राज पीजी कालेज के भौतिक विज्ञान के विभागाध्यक्ष प्रो0 अवधेश द्विवेदी ने बताया कि लोकसभा में राजा साहब अंतरराष्ट्रीय राजनीति पर बोल रहे थे, उनकी वाकपटुता को पूरा सदन एकाग्रता से सुन रहा था। उनका समय समाप्त होने पर लोकसभा अध्यक्ष ने उनको रोकना शुरू किया तो इस पर अटल बिहारी वाजपेयी व लालकृष्ण आडवानी ने अपना समय लोकसभा अध्यक्ष से आग्रह करके दिला दिया।
डाॅ0 मयानन्द उपाध्याय, डाॅ0 लाल साहब यादव एवं डाॅ0 आशाराम यादव ने स्वर्गीय राजा साहब के व्यक्त्तिव एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला।
महाविद्यालय के समस्त शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों ने राजा साहब की पुरानी यादों के माध्यम से उनको याद करके अपनी श्रद्धांजलि दी।
श्रद्धांजलि सभा में डाॅ0 मयानन्द उपाध्याय, डाॅ0 अवधेश कुमार द्विवेदी, डाॅ0 मनोज वत्स, डाॅ0 ओमप्रकाश दुबे, डाॅ0 श्यामसुन्दर उपाध्याय, डाॅ0 आशीष शुक्ला, डाॅ0, डा0 सुधाकर शुक्ला, डाॅ0 यदुबंश कुमार, डाॅ0 राजकुमार यादव, डाॅ0 विष्णु मौर्य, डाॅ0 अनिल कुमार मौर्य, डाॅ0 राजेश तिवारी, डाॅ0 धर्म कुमार साहू, डाॅ0 सुशील कुमार गुप्ता, डाॅ0 निशीथ कुमार सिंह, डाॅ0 रामानन्द अग्रहरी, डाॅ0 रमेश सोनी, डाॅ0 अजय मिश्रा, डाॅ0 विवेक कुमार, डाॅ0 सुधा सिंह, डाॅ0 सुनीता गुप्ता, डाॅ0 नीता सिंह, डाॅ0 अनीता ंिसह, डाॅ0 गगनप्रीत कौर, सुधाकर मौर्य, संजय सिंह, ओमप्रकाश,, स्वयं यादव, परमजीत, सहित सभी शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारी मौजूद रहे। संगोष्ठी का संचालन डाॅ0 संतोष कुमार पाण्डेय ने किया।
श्रद्धांजलि संगोष्ठी को महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य कैप्टन डाॅ0 अखिलेश्वर शुक्ला ने संबोधित करते हुए बताया कि जौनपुर रियासत के ग्यारहवें नरेश राजा यादवेन्द्र दत्त का जन्म सन-1918 को जौनपुर राजमहल में हुआ था। राजा यादवेन्द्र दत्त भारतीय जनसंघ व भाजपा के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे, तीन बार विधायक, नेता विरोधी दल व दो बार सांसद चुने गए। राजनीति के पुरोधा जौनपुर के राजा यादवेंद्र दत्त दुबे की आज पुण्यतिथि है। 09 सितंबर 1999 को इस दुनिया में अपने नश्वर शरीर को छोड़कर जाने वाले इस राजनीतिज्ञ को दो दशक से अधिक समय हो गए हैं, लेकिन आज भी उनकी यादें लोगों के बीच ताजा हैं।
राज पीजी कालेज के भौतिक विज्ञान के विभागाध्यक्ष प्रो0 अवधेश द्विवेदी ने बताया कि लोकसभा में राजा साहब अंतरराष्ट्रीय राजनीति पर बोल रहे थे, उनकी वाकपटुता को पूरा सदन एकाग्रता से सुन रहा था। उनका समय समाप्त होने पर लोकसभा अध्यक्ष ने उनको रोकना शुरू किया तो इस पर अटल बिहारी वाजपेयी व लालकृष्ण आडवानी ने अपना समय लोकसभा अध्यक्ष से आग्रह करके दिला दिया।
डाॅ0 मयानन्द उपाध्याय, डाॅ0 लाल साहब यादव एवं डाॅ0 आशाराम यादव ने स्वर्गीय राजा साहब के व्यक्त्तिव एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला।
महाविद्यालय के समस्त शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों ने राजा साहब की पुरानी यादों के माध्यम से उनको याद करके अपनी श्रद्धांजलि दी।
श्रद्धांजलि सभा में डाॅ0 मयानन्द उपाध्याय, डाॅ0 अवधेश कुमार द्विवेदी, डाॅ0 मनोज वत्स, डाॅ0 ओमप्रकाश दुबे, डाॅ0 श्यामसुन्दर उपाध्याय, डाॅ0 आशीष शुक्ला, डाॅ0, डा0 सुधाकर शुक्ला, डाॅ0 यदुबंश कुमार, डाॅ0 राजकुमार यादव, डाॅ0 विष्णु मौर्य, डाॅ0 अनिल कुमार मौर्य, डाॅ0 राजेश तिवारी, डाॅ0 धर्म कुमार साहू, डाॅ0 सुशील कुमार गुप्ता, डाॅ0 निशीथ कुमार सिंह, डाॅ0 रामानन्द अग्रहरी, डाॅ0 रमेश सोनी, डाॅ0 अजय मिश्रा, डाॅ0 विवेक कुमार, डाॅ0 सुधा सिंह, डाॅ0 सुनीता गुप्ता, डाॅ0 नीता सिंह, डाॅ0 अनीता ंिसह, डाॅ0 गगनप्रीत कौर, सुधाकर मौर्य, संजय सिंह, ओमप्रकाश,, स्वयं यादव, परमजीत, सहित सभी शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारी मौजूद रहे। संगोष्ठी का संचालन डाॅ0 संतोष कुमार पाण्डेय ने किया।