यही धरा भगत की भी, गांधी की भी यही धरा .....
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जौनपुर. वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस सप्ताह के दूसरे दिन शनिवार को प्रो० राजेन्द्र सिंह (रज्जू भइया) भौतिकीय विज्ञान अध्ययन एवं शोध संस्थान में पर्यावरण संरक्षण विषय पर पोस्टर प्रतियोगिता एवं अहिंसा, अनेकता में एकता, सामाजिक सद्भाव विषय पर कविता एवं शांति गीत प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. जहाँ अनेकता में एकता, यही है हिन्द की विशेषता, यही धरा भगत की भी, गांधी की भी यही धरा .....जैसे गीत प्रस्तुत कर विद्यार्थियों ने सामाजिक सद्भाव का संदेश दिया.
कुलपति प्रो वंदना सिंह ने सरस्वती सदन में पेंटिंग प्रतियोगिता के प्रतिभागियों द्वारा तैयार की गई पेंटिंग को देखा और उत्साहवर्धन किया. उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों द्वारा रंगों के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का जो संदेश दिए गए है वह बहुत ही प्रभावशाली है. आज पर्यावरण का संरक्षण वैश्विक मुद्दा बन गया है. इसकी सुरक्षा हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है.
नोडल अधिकारी डॉ मनोज मिश्र ने प्रो० राजेंद्र सिंह (रज्जू भइया) भौतिकीय विज्ञान अध्ययन एवं शोध संस्थान में आयोजित कार्यक्रम में संबोधित करते हुए कहा कि गांधी ने अहिंसा को हथियार बनाया था. आज समाज में छोटी- छोटी बातों पर लड़ाई- झगडे हो रहे है. सामाजिक स्नेह बढ़ाने के लिए गाँधी के जीवन चरित्र को अपने अन्दर समाहित करना होगा.
निर्णायक मंडल में प्रो. मिथिलेश सिंह, डॉ. नीरज अवस्थी, डॉ प्रियंका सिंह एवं डॉ आलोक दास शामिल रहे. आयोजन समिति के सदस्य डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ. नितेश जायसवाल एवं डॉ. श्याम कन्हैया सिंह, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. अवध बिहारी सिंह, डॉ. अन्नू त्यागी, शशिकांत यादव, डॉ. राहुल राय,डॉ. अंकित कुमार एवं पंकज सिंह ने कार्यक्रम का समन्वय किया.