स्व. यतीन्द्रनाथ अपने जीवन काल में समाजसेवा एवं वकालत के आदर्श जीवन मूल्यों की स्थापना किया
कार्यक्रम में सर्वप्रथम सभी आगंतुकों एवं शुभचिंतको द्वारा स्व. यतीन्द्रनाथ त्रिपाठी के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलित करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया।
उनके सरल कृतित्व एवं महान व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विजय प्रताप सिंह एडवोकेट ने बताया कि समाज का हर तबका पूज्य बाबूजी से अपना सहज जुड़ाव महसूस करता था।
उन्होंने अपने जीवन काल में समाजसेवा एवं वकालत के आदर्श जीवन मूल्यों की स्थापना किया। जिसका जाति पाती ऊंच नीच और गरीब अमीर से कोई मतलब नहीं था। सहजता ही उनका आदर्श व्यक्तित्व था।
उनके पुत्र अजय त्रिपाठी ने अपनी भीगी पलकों से अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि देते हुए बताया कि वटवृक्ष रुपी पिता का आशीर्वाद परिवार को समाजसेवा के लिए आजन्म प्रेरित करता रहेगा।
उनके आदर्शो के पदचिन्ह हमारे परिवार की अक्षुण पूंजी है, और उनकी इस पूंजी को हमारा पूरा परिवार आत्मसात करके उसी पथ पर चलने को संकल्पित है।
श्रद्धांजलि सभा में प्रमुख रूप से विजय प्रताप सिंह एडवोकेट, आनंद मिश्रा एडवोकेट, विनोद कुमार सिंह, धीरज मिश्रा, संगीत मिश्रा, रजनीश श्रीवास्तव, बृजेश सिंह, अमित दुबे, ऋषि कुमार सिंह, मनीष अस्थाना, पंकज त्रिपाठी एडवोकेट, विराट त्रिपाठी, आकाश, बंदेश सिंह, आर्या, मनोज सिंह, विष्णु प्रताप सिंह सभासद सहित सैकड़ो शुभचिंतक मौजूद रहे।
सभा के अंत में अजय त्रिपाठी पूर्व जिला पंचायत सदस्य द्वारा सभी आगंतुकों के प्रति आभार प्रकट किया गया।