शिक्षक भर्ती की आस लगाये बैठे हैं लाखों बेरोजगार युवा
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उ.प्र. सरकार को शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के बारे में पुनः विचार करने की आवश्यकता है। अनुपात और समानुपात की लड़ाई में 20 से 25 लाख UPTET और CTET पास अभ्यर्थियों का क्या दोष है। महज यह कि उन्होंने शिक्षक बनने का सपना देखा और अपने जीवन का कीमती समय 4 से 5 वर्ष सपनों को पूरा करने में खर्च कर दिया। फिर भी उनका सपना महज सपना बनकर रह गया। सरकार इस पर पुनः विचार करें उनके जीवन का क्या होगा? किस दिशा में जायेंगे वे बेरोजगार युवा जिन्होंने बीएड तथा डीएलएड करने के साथ शिक्षक पात्रता परीक्षा पास करके शिक्षक भर्ती के मापदंड को पूरा करते हुए भी बेरोजगार रह गये। इनकी संख्या उत्तर प्रदेश में लगातार बढ़ती जा रही है। मेरा उत्तर प्रदेश सरकार से निवेदन है कि शिक्षक भर्ती पर अवश्य विचार करें और शिक्षक भर्ती देकर लाखों बेरोजगार युवाओं को सही दिशा दें। अनुपात और समानुपात को लेकर अभिभावकों का कहना है कि प्राथमिक तथा उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की कमी है। सरकार कहती है कि बच्चों की कमी है। ऐसे में शिक्षक भर्ती कई वर्षों से फसी पड़ी है जिसका निवारण नितांत आवश्यक है। समय समय पर शिक्षक भर्ती की मांग बेरोजगार युवा करते आ रहे हैं किंतु आज भी बेरोजगार युवा शिक्षक भर्ती की आस लगाए बैठे हैं।विकास यादव
डीएलएड प्रशिक्षु