डीएम ने जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण करके जाना स्वास्थ्य सुविधाओं का हाल
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जौनपुर। जिलाधिकारी अनुज कुमार झा के द्वारा जिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण कर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया। चिकित्सालय के एक्सरे यूनिट में जाॅच के दौरान उन्होंने पाया कि दोपहर 01 बजे तक मैनुअल एक्सरे 46, मेडिको लीगल 9 और जनरल एक्सरे की संख्या 58 थी। पुरूष औषधि वितरण कक्ष में दवा प्राप्त कर रहे मरीज संगीता के परिजन से वार्ता किया। कक्ष संख्या 13 में डा0 अशोक कुमार यादव से जानकारी प्राप्त की कि ओपीडी में किस बीमारी से ग्रसित मरीज आ रहे है एवं चिकित्सालय में उपलब्ध औषधि के बारे मे भी जानकारी ली गयी।
जिलाधिकारी के द्वारा फीमेल वार्ड का भी निरीक्षण किया गया और बेड टू बेड मरीजों से चिकित्सालय से प्राप्त औषधि, साफ-सफाई सहित मूलभूत सुविधाओं के बारे में जानकारी ली।
इमरजेन्सी वार्ड के निरीक्षण के दौरान मौके पर तैनात स्टाफ को उन्होंने निर्देशित किया कि मरीज के पास परिजनों की भीड़ एकत्रित न हो। एक मरीज के साथ केवल एक ही परिजन रहे। इमरजेन्सी वार्ड में भर्ती मरीज जन्नत के बारे में पूछा जिसपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक द्वारा बताया गया कि एक्सरे करा दिया गया है कल अल्ट्रासाउण्ड जांच भी करा दिया जायेगा।
डेंगू वार्ड के निरीक्षण के दौरान डेंगू वार्ड में 03 मरीज भर्ती पाये गये। तीनों मरीजों की हालत काफी सुधारात्मक स्थिति में मिली। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक से डेंगू से सम्बन्धित औषधि के बारे मेें पूछा जिसपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक द्वारा बताया गया कि चिकित्सालय में डेंगू से सम्बन्धित औषधि उपलब्ध है चिकित्सालय में किसी भी औषधि की कमी नही है जो कमी है उसकी मांग ड्रग वेयर हाउस पर किया गया है।
चिकित्सालय में स्थापित पैथोलाजी विभाग के निरीक्षण के दौरान फार्मासिस्ट आनन्द कुमार मौर्या द्वारा बताया गया कि प्रत्येक दिवस 45 से 50 की संख्या में डेंगू की जांच होती है जो एन0एस01 रैपिड किट धनात्मक होता है उसी का डेंगू एलाइजा जाॅच किया जाता है यदि औसत माना जाय तो प्रत्येक दिवस 06 से 07 मरीजों की जाॅच एलाइजा विधि से किया जाता है।
ब्लड बैंक के निरीक्षण के दौरान पैथोलाजिस्ट डा0 शायन दास, फार्मासिस्ट अरूण कुमार सिंह, सीनीयर लैब टेक्नीशियन अली अहमद, साकेत प्रधान एवं अन्य स्टाफ मौजूद रहे।
ब्लड बैंक में ए-पाजिटव 21, बी-पाजिटिव 45, ओ-पाजिटिव 38, ए0बी0 पाजिटिव 10 एवं ए-निगेटिव 00, बी निगेटिव 07, ओ निगेटिव 04, ए0बी0 निगेटिव 00 कुल 125 यूनिट ब्लड उपलब्ध था।
जिलाधिकारी ने चिकित्सको की कमी को पूर्ण करने हेतु मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को निर्देशित किया कि इस परिप्रेक्ष्य में उनके माध्यम से शासन को पत्र निर्गत किया जाय।
जिलाधिकारी के द्वारा फीमेल वार्ड का भी निरीक्षण किया गया और बेड टू बेड मरीजों से चिकित्सालय से प्राप्त औषधि, साफ-सफाई सहित मूलभूत सुविधाओं के बारे में जानकारी ली।
इमरजेन्सी वार्ड के निरीक्षण के दौरान मौके पर तैनात स्टाफ को उन्होंने निर्देशित किया कि मरीज के पास परिजनों की भीड़ एकत्रित न हो। एक मरीज के साथ केवल एक ही परिजन रहे। इमरजेन्सी वार्ड में भर्ती मरीज जन्नत के बारे में पूछा जिसपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक द्वारा बताया गया कि एक्सरे करा दिया गया है कल अल्ट्रासाउण्ड जांच भी करा दिया जायेगा।
डेंगू वार्ड के निरीक्षण के दौरान डेंगू वार्ड में 03 मरीज भर्ती पाये गये। तीनों मरीजों की हालत काफी सुधारात्मक स्थिति में मिली। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक से डेंगू से सम्बन्धित औषधि के बारे मेें पूछा जिसपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक द्वारा बताया गया कि चिकित्सालय में डेंगू से सम्बन्धित औषधि उपलब्ध है चिकित्सालय में किसी भी औषधि की कमी नही है जो कमी है उसकी मांग ड्रग वेयर हाउस पर किया गया है।
चिकित्सालय में स्थापित पैथोलाजी विभाग के निरीक्षण के दौरान फार्मासिस्ट आनन्द कुमार मौर्या द्वारा बताया गया कि प्रत्येक दिवस 45 से 50 की संख्या में डेंगू की जांच होती है जो एन0एस01 रैपिड किट धनात्मक होता है उसी का डेंगू एलाइजा जाॅच किया जाता है यदि औसत माना जाय तो प्रत्येक दिवस 06 से 07 मरीजों की जाॅच एलाइजा विधि से किया जाता है।
ब्लड बैंक के निरीक्षण के दौरान पैथोलाजिस्ट डा0 शायन दास, फार्मासिस्ट अरूण कुमार सिंह, सीनीयर लैब टेक्नीशियन अली अहमद, साकेत प्रधान एवं अन्य स्टाफ मौजूद रहे।
ब्लड बैंक में ए-पाजिटव 21, बी-पाजिटिव 45, ओ-पाजिटिव 38, ए0बी0 पाजिटिव 10 एवं ए-निगेटिव 00, बी निगेटिव 07, ओ निगेटिव 04, ए0बी0 निगेटिव 00 कुल 125 यूनिट ब्लड उपलब्ध था।
जिलाधिकारी ने चिकित्सको की कमी को पूर्ण करने हेतु मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को निर्देशित किया कि इस परिप्रेक्ष्य में उनके माध्यम से शासन को पत्र निर्गत किया जाय।