कोढ़ा में पशु तस्करों व ग्रामीणों के बीच हुई मुठभेड़
https://www.shirazehind.com/2023/09/blog-post_391.html
ईंट—पत्थर के जरिये मोर्चा सम्भालते ही भैंस छोड़ भागे तस्करमछलीशहर, जौनपुर। स्थानीय कोतवाली क्षेत्र में कोढ़ा गांव में ग्रामीणों और पशु तस्करों के बीच आधे घण्टे मुठभेड़ चली। अंत में पशु तस्कर भैंस को छोड़कर भाग लिये। ग्रामीण बताते हैं कि थोड़ी दूर पर कोतवाली की पुलिस ड्यूटी पर खड़ी मूक दर्शक बनी रही। पुलिस की कार्य प्रणाली क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। शुक्रवार की रात रायबरेली-जौनपुर हाईवे पर स्थित कोढ़ा गांव निवासी दिनेश यादव पुत्र ओंकार यादव की कीमती भैंस दरवाजे पर बधी थी।
पशु तस्कर खूँटे से भैंस छोड़कर सड़क पर स्थित तिवारी बिल्डिंग के खड़ी पिकअप पर लाद रहे थे। इसी बीच पशु स्वामी की नींद खुल गई तो भैंस दरवाजे पर न देख शंका हुई। आधा दर्जन लोगों के साथ भैंस खोजने निकल पड़े। जब उक्त स्थल पर खड़ी पिकअप के पास पहुंचे तो तीन व्यक्ति उनकी भैंस पिकअप पर लाद रहे थे। वाहन पर दो भैंस पहले से ही लदी थी। ग्रामीणों ने शोर मचाते हुये ललकारा तो पशु तस्कर ईंट पत्थर से ग्रामीणों पर हमला बोल दिये। जबाब में ग्रामीण भी शोर मचाते हुये जवाबी हमला शुरु किये। इस बीच काफी संख्या में ग्रामीण घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े।
भारी भीड़ को आते देख पशु तस्कर गांव से लाई गई भैंस छोड़कर पिकअप पर लदी दो भैंस के साथ फरार हो गये। ग्रामीणों का आरोप है कि थोड़ी दूर पर ड्यूटी कर रहे कोतवाली के सब इंस्पेक्टर मौजूद थे किंतु शोर सुनने के बाद भी तत्काल मौके पर नहीं पहुंचे। लोगों ने पिकअप का पीछा करने का अनुरोध किया तो उल्टे ग्रामीणों को अपने जानवरों की सुरक्षा खुद करने की नसीहत देने लगे। साथ ही पशु तस्करों का वाहन सुजानगंज पहुंच जाने की जानकारी देते हुए पीछा करने से मना कर दिये। मामले में पशु पालकों ने शनिवार को कोतवाली में प्रार्थना पत्र देकर पशु तस्करी पर रोक लगाने की मांग किया।