हमरे देशवा कै दुनिया में मान बा.....
https://www.shirazehind.com/2023/08/blog-post_88.html
हमरे देशवा कै दुनिया में मान बा,हम सब कै जान बा ना। (2)
आन-बान-शान इसकी अजब निराली,
बहती जो नदिया ऊ अमृत कै प्याली।
पूरी दुनिया में सबसे जवान बा,
हम सब कै जान बा ना।
हमरे देशवा कै दुनिया में मान बा,
हम सब कै जान बा ना। (2)
अनेकता में एकता की इहाँ परिपाटी,
लहरत बा तिरंगा, गमक रही माटी।
एकर त्याग-तपस्या पहिचान बा,
हम सब कै जान बा ना।
हमरे देशवा कै दुनिया में मान बा,
हम सब कै जान बा ना। (2)
सोने की चिड़िया ई पहिले से बाटे,
रूस हो अमेरिका, मधुर सबसे नाते।
अमन-शान्ति कै ई सुलतान बा,
हम सब कै जान बा ना।
हमरे देशवा कै दुनिया में मान बा,
हम सब कै जान बा ना। (2)
ऊँचा पीढ़ा दुश्मन को सदा से हैं देते,
करे ना अदब तो उस सर को काट लेते।
हम फौलादी कै यही विधान बा,
हम सब कै जान बा ना।
हमरे देशवा कै दुनिया में मान बा,
हम सब कै जान बा ना।(2)
रामकेश एम. यादव, मुम्बई
(कवि व लेखक)