बिहार से आए साहित्य कारों का हुआ सम्मान
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जौनपुर। जिले की कवियत्री सुमति श्रीवास्तव के न्यू कालोनी हरिबंधनपुर स्थित आवास पर बिहार से आए प्रख्यात साहित्यकार कैलाश बिहारी चौधरी , सचिदानंद शाह एवं महेंद्र प्रसाद निशाकर के सम्मान में एक काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया।काव्य गोष्ठी का प्रारंभ भागलपुर बिहार से आए सचिदानंद शाह ने दीप जलें दीप जलें रचना से किया तत्पश्चात प्रवीणता श्रीवास्तव ने मां वाणी की वंदना प्रस्तुत की। भागलपुर बिहार के महेन्द्र प्रसाद निशाकर जी ने रुनझुन झुनझुन बोले कंगना ।
रस घोले मीठा मीठा घर अंगना जैसे गीत से सम्पूर्ण वातावरण को आनंदमय कर दिया ।
जौनपुर के रामजीत मिश्र जी ने सच बोलने के साथ खुश रहना मुहाल है।
दिल का कहा जुबान से कहना मूहाल है।ग़ज़ल से जीवन के यथार्थ को चित्रित किया। पूर्णिया बिहार से आए कैलाश बिहारी चौधरी ने गीत गाता हूं मै गुनगुना दो जरा गाकर सभा में चार चांद लगा दिया ।सुमति श्रीवास्तव ने छोड़ जगत के सारे काज ,चलो कुछ सोचते हैं हम आज । रचना से नारी मुक्ति की मुहिम को आगे बढाया ।कार्यक्रम में डॉ संजय सिंह सागर एवं राजेश कुमार पाण्डेय आदि रचनाकारों ने भी काव्य पाठ किया। कार्यक्रम के अंत में सुमति श्रीवास्तव ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।गोष्ठी में वीरेंद्र श्रीवास्तव, अभय श्रीवास्तव, जितेन्द्र श्रीवास्तव,आदि लोग उपस्थित रहे।