विद्यालयों पर चंद्रयान-3 का नहीं दिखाया गया लाइव प्रसारण
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जलालपुर। चंद्रयान -3 के लाइव प्रसारण दिखाने के लिए 23 अगस्त को शाम 5:15 से लेकर शाम 6ः15 तक सभी सरकारी स्कूल खोलने के शासन- प्रशासन के लिखित आदेश के बाद भी क्षेत्र में ज्यादातर विद्यालय बन्द रहे। मीडिया की एक टीम ने दर्जनों विद्यालयों पर जाकर देखा तो विद्यालय गेट पर ताले लटक रहे थे। इस संबंध में बंद मिले विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों से मीडिया ने बात किया तो उन सभी ने बताया कि विद्यालय खोलने का आदेश निरस्त हो गया था जिसके बाद शाम को विद्यालय नहीं खोला गया ।
चंद्रयान-3 का लाइव प्रसारण देखने की बच्चों की ललक रही अधूरी।
जलालपुर। कुछ विद्यालयों पर चंद्रयान-3 का लाइव प्रसारण देखने के लिए छात्र-छात्राएं काफी उत्साह के साथ विद्यालय पर शाम को समय से पहुंच गए थे परंतु विद्यालय के अध्यापक नदारत दिखें। काफी देर के बाद जब विद्यालय के गेट का ताला नहीं खुला तो बच्चे मायूस होकर वापस घर लौट गए । बच्चों में दिल में चंद्रयान- 3 के लाइव प्रसारण देखने की ललक धरी की धरी रह गयी।
इन सभी सरकारी विद्यालयों पर लटकता रहा ताला
जलालपुर विकासखंड जलालपुर क्षेत्र में मौजूद प्राथमिक विद्यालय महिमापुर, हरीपुर,ऊदपुर, दरवेशपुर, मझगांव खुर्द, मझगांव कला, चौवरी,थौर,कोठवां,लहंगपुर,रामपु र सोइरी,छतरीपुर,लोहगाजर,
इन सभी विद्यालयों पर दिखाया गया चंद्रयान-3 का लाइव प्रसारण
जलालपुर विकासखंड जलालपुर क्षेत्र में मौजूद मदरसा चश्मा -ऐ -हयात रेहटी, प्राथमिक विद्यालय असबरनपुर,इस्मैला,छातीडीह सहित कई विद्यालय शाम को खुले रहे और विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को चंद्रयान-3 का सजीव प्रसारण देखने का शुअवसर प्राप्त हुआ।
एबीएससी ने बताया कि बंद विद्यालयों के खिलाफ होगी कार्यवाई
जलालपुर। चंद्रयान -3 का लाईव प्रसारण छात्र- छात्राओं को दिखाने के लिए शासन- प्रशासन की तरफ से लिखित आदेश था कि 23 अगस्त को शाम 5:15 से शाम 6:15 तक सभी सरकारी विद्यालय खुले रहेंगे, कुछ विद्यालय खुले भी रहे और चंद्रयान का लाईव प्रसारण छात्र-छात्राओं को दिखाया भी गया परंतु कुछ विद्यालय के प्रधानाध्यापकों ने सोशल मीडिया पर वायरल एक आदेश को देखकर जिसमें विद्यालय को शाम में खुला संभाव न रख पाने पर सुबह खोलने की छूट दी गई थी विद्यालय को बंद कर घर रवाना हो गए ।उन्होंने विभागीय उच्चाधिकारियों से पुष्टि की आवश्यकता भी नहीं समझी। ताजुब्ब की बात यह है कि दूसरों को शिक्षा का पाठ पढ़ाने वाले अध्यापक एक फर्जी आदेश के झांसे में आकर इतन बड़ा निर्णय ले लिए। इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी जलालपुर रमाकांत सिंह ने बताया कि जिन विद्यालयों पर लाईव प्रसारण नहीं हुआ और विद्यालय बंद रहा उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाई की जाएगी।