कृषि उद्यम से बढ़ेगी किसानों की आय
इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि कृषि उद्यम से किसानों की आमदनी बढ़ेगी इसके लिए सरकार द्वारा कई महत्वाकांक्षी योजनाएं चलाई जा रही है । मुख्य अतिथि उप कृषि निदेशक हिमांशु पाण्डेय द्वारा दीप प्रज्वलित कर द्वितीय बैच प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किए तथा विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी दिए।
लाभार्थियों को संबोधित करते हुए उप परियोजना निदेशक (आत्मा) डा. रमेश चंद्र यादव ने कहा कि किसानों की आमदनी बढ़ाने एवं कृषि स्नातकों को स्वावलंबी बनाने के लिए सरकार प्रशिक्षित उद्यमी स्वावलंबन (एग्रीजंक्शन ) योजना के तहत बेरोजगार कृषि स्नातकों को प्रशिक्षित कर रही है, उन्हें बीज खाद एवं रसायन के लाइसेंस के साथ बैंक से रुपये पांच लाख ऋण का ब्याज और एक साल तक का दुकान का किराया कृषि विभाग द्वारा दिया जा रहा है। जनपद के प्रत्येक ब्लॉक में एग्री जंक्शन केंद्र खोले जा रहे हैं जहां किसानों को एक ही छत के नीचे उचित परामर्श के साथ कृषि निवेश के सारे सामान एक ही जगह पर सुगमता से उपलब्ध हो जाएंगे ।
उन्होंने कहा कि कृषि से जुड़े उद्योगों डेयरी पशुपालन, पोट्री पर सरकार का विशेष जोर है इसके लिए सस्ते और अन्य संसाधनों की उपलब्धता बढ़ाई जा रही है। श्वेत व नीली क्रांति के माध्यम से किसानों की आय बढ़ाने पर बल दिया जा रहा है। उहोंने कहा कि एग्रीजंक्शन योजना से जहा किसानों की आय तो बढ़ेगी ही साथ मे कृषि स्नातक बेरोजगार युवाओं को रोजगार भी मिलेगा।अंत में आभार ज्ञापन वरिष्ठ संकाय अभिषेक दुबे ने किया । इस मौके पर संस्थान निदेशक उपेन्द्र कुमार,संकाय श्रवण कुमार, जगदीश गौर सहित चयनित 29 एग्री जंक्शन लाभार्थी मौजूद रहे।