डिजिटल क्रोप सर्वे ई-पड़ताल कृषि की नयी क्रान्ति: सीडीओ
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जौनपुर। विकास भवन सभागार में मंगलवार को ऐग्रीस्टैक परियोजना अंतर्गत जनपद स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन हुआ जहां मुख्य विकास अधिकारी साईं तेजा सीलम ने प्रशिक्षण में उपस्थित कार्मिकों को संबोधित करते हुए बताया कि जलवायु परिवर्तन के कारण फसलों को होने वाले नुकसान से बचाने और किसानों तक सरकारी अनुदान, योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए सरकार डिजिटल क्रॉप सर्वे ई-पड़ताल की शुरुआत करने जा रही है, सभी फसलों के लिए यह सर्वे लाभकारी सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि इस सर्वे की कार्य योजना तैयार कर ली गई है। उद्देश्य है कि संबंधित डाटा की वास्तविकता का निर्धारण कर एक एकल सत्यापित स्रोत के रूप में ऐसे इको सिस्टम व डेटाबेस को विकसित किया जाएगा जिसमें जरूरत पड़ने पर रियल टाइम में स्थितियों का आकलन किया जा सके, इसी के तहत योजना तैयार की जा सके।इसी क्रम में ई-डिस्टिक मैनेजर प्रतीक उपाध्याय ने प्रोजेक्टर के माध्यम से डिजिटल सर्वे एप डाउनलोड करना, सर्वे करने के तरीके और लाइव प्रसारण कर कार्मिकों को प्रशिक्षित किया। उप परियोजना निदेशक एवं जनपद मास्टर ट्रेनर रमेश चंद्र यादव ने बताया कि सर्वे में किसानों से जुड़े आंकड़ों के संकलन के पूरा हो जाने पर यह डाटाबेस के तौर पर उनकी स्थित का एक विस्तृत ब्यौरा पेश करने में सक्षम होगा। इसके आधार पर विभागों द्वारा किसानों को योजनाओं का लाभ पहुंचाने, फसलों के मूल्य के निर्धारण में मदद सहित कई महत्वपूर्ण जानकारी किसानों को मिल सकेगी। 10 अगस्त से 25 सितंबर के मध्य खरीफ सीजन के फसलों के सर्वेक्षण की व्यवस्था की गई है।
इस अवसर पर उप कृषि निदेशक हिमांशु पाण्डेय, उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी डा. स्वाति पाहूजा, अमित कुमार, सभी जनप एवं तहसील स्तरीय प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर, विभिन्न तहसीलों के नामित सर्वेयर, सुपरवाइजर, वेरिफायर प्रशिक्षण कार्यक्रम में मौजूद रहे।
इस अवसर पर उप कृषि निदेशक हिमांशु पाण्डेय, उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी डा. स्वाति पाहूजा, अमित कुमार, सभी जनप एवं तहसील स्तरीय प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर, विभिन्न तहसीलों के नामित सर्वेयर, सुपरवाइजर, वेरिफायर प्रशिक्षण कार्यक्रम में मौजूद रहे।