सावन महोत्सव में कजरी, नृत्य के साथ झूले का लोगों ने उठाया आनंद
इस अवसर पर कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि सावन का महीना हिन्दुओं की आस्था का प्रतीक है। इस महीने के सभी दिन हिन्दू धर्म में बहुत शुभ माने जाते हैं। हिन्दू धर्म के कुछ महत्वपूर्ण त्यौहार भी इसी महीने में आने से सावन का महीना और भी ख़ास बन जाता है। आज पूरे महोत्सव में हरियाली की अनुभूति लोगों के परिधान से हो रही है। इस दौरान शिव-पार्वती नृत्य, पेड़ों की बारात और राधा-कृष्ण नृत्य और कजरी गायन राहुल पाठक और सविता पाठक द्वारा किया गया। महोत्सव में स्वागत भाषण महिला अध्ययन केंद्र की प्रभारी और कार्यक्रम की संयोजक डा. जाह्नवी श्रीवास्तव और संचालन उग्रसेन यादव और हिदायत फातिमा ने धन्यवाद ज्ञापन सोनम झा ने किया।
इस अवसर पर पोस्टर प्रतियोगिता में दिव्या सोनकर प्रथम, वात्सल्य द्वितीय और अंबुज विश्वकर्मा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। थाली श्रृंगार में अंजली यादव प्रथम, साक्षी द्वितीय और दिव्या को तृतीय स्थान मिला। चूड़ी प्रतियोगिता में रिया प्रथम, स्वीटी द्वितीय एवं अनुष्का तृतीय स्थान पर रहीं। राखी प्रतियोगिता में दिव्या प्रथम, अंजलि द्वितीय एवं अंजली मिश्रा तृतीय स्थान पर रहीं। हस्तनिर्मित झुमका प्रतियोगिता में शालू प्रथम स्वीटी द्वितीय पर रहीं। इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलपति ने महिला अध्ययन केंद्र द्वारा लगे स्टालों का निरीक्षण किया। इस दौरान नगर निकाय के चुनाव में विजयी सभी महिला प्रत्याशियों को सम्मानित किया गया। इस मौके पर वित्त अधिकारी संजय कुमार राय, परीक्षा नियंत्रक वीएन सिंह, उप कुलसचिव अमृत लाल, प्रो. वंदना राय, प्रो. अजय द्विवेदी, प्रो. अजय प्रताप सिंह, डॉ. भारती, डॉ. डाली, डॉ मनोज मिश्र, डॉ सुनील कुमार, बबिता सिंह, अजीत सिंह, डॉ दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ अनु त्यागी, डॉ लक्ष्मी प्रसाद मौर्य, डॉ. प्रमोद कुमार कौशिक सहित विश्वविद्यालय के शिक्षक और विद्यार्थी मौजूद थे।