साइबर विशेषज्ञ ओम प्रकाश जायसवाल ने दी जानकारी
https://www.shirazehind.com/2023/07/blog-post_44.html
जौनपुर। पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश के आदेशानुसार तथा पुलिस अधीक्षक डा0 अजय पाल शर्मा के निर्देशन में प्रत्येक माह के प्रथम बुधवार को साइबर जागरूकता अभियान चलाया जाता है। इसी क्रम में बुधवार को सेंट जॉन्स स्कूल सिद्धीकपुर में साइबर एक्सपर्ट ओपी जायसवाल तथा प्रभारी निरीक्षक सरायख्वाजा अखिलेश मिश्रा द्वारा छात्र/छात्राओं को साइबर क्राइम के प्रति जागरूक किया गया। साथ ही साइबर फ्राड होने पर तत्काल टोल फ्री नंबर 1930 पर सम्पर्क करने हेतु बताया गया।
इस मौके पर साइबर विशेषज्ञ श्री जायसवाल ने बताया कि किसी भी अंजान व्यक्ति को अपनी निजी जानकारी जैसे एटीएम पासवर्ड, क्रेडिट/डेबिट कार्ड नंबर ईमेल, मैसेज या किसी अन्य माध्यम से प्रेषित न करें। किसी भी अंजान व्यक्ति द्वारा पेमेंट भुगतान/प्राप्त करने के लिए भेजे गये किसी भी क्यू आर कोड को स्कैन न करें, अन्यथा आपका खाता खाली हो सकता है। किसी भी प्रकार की बैंकिग सहायता के लिए गूगल द्वारा मिले नंबरों पर सम्पर्क न करें। बैंक द्वारा जारी किये गये हेल्पलाइन नंबरो पर ही संपर्क करें।
उन्होंने बताया कि सार्वजनिक स्थानों पर मोबाइल फोन में सर्च करने पर आने वाले वाई—फाई या ब्लूटूथ सिग्नल को एक्सेप्ट न करें एवं अनजान लिंक पर कभी भी क्लिक न करें। साइबर अपराधी लोगों को ऑनलाइन ऐप में निवेश करने के लिए गुमराह कर देते हैं। ज्यादा रिटर्न का वादा करते हैं किंतु निवेश वापसी संदेहास्पद होती है। कभी भी त्वरित/जल्दी लाभ की उम्मीद में किसी भी संदेहास्पद ऐप्स में निवेश करने से बचें। किसी भी अंजान नंबर से आई कॉल पर सामने वाले व्यक्ति को किसी प्रकार की निजी/गोपनीय जानकारी न दें, अन्यथा आपसे ठगी की जा सकती है।
श्री जायसवाल ने आगे बताया कि साइबर अपराधी विज्ञापन, ईमेल, फोन कॉल और सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए लुभा सकते हैं या सरकारी प्राधिकरण का संदर्भ देते हुए लाभ का ऑफर देते हैं। कृपया किसी भी लालच में न आएं। विभिन्न प्रकार की लॉटरी, कौन बनेगा करोड़पति, घर बैठे लाखों कमाएं, इतने दिन में दोगुना पैसा, रिवार्ड, कैशबैक, लकी कस्टमर इत्यादि के लालच में न आएं और अपने साथ होने वाली धोखाधड़ी से बचें। बहुत से लोग शॉपिंग करते वक्त बार-बार कार्ड नंबर एंटर करने की परेशानी से बचने के लिए अपना कार्ड नंबर और एक्सपायरी वगैरह उस साइट पर सेव कर लेते हैं, ऐसा न करें। किसी भी वेबसाइट, सर्वर, मोबाइल या डेस्कटॉप पर क्रेडिट/डेबिट कार्ड्स की डिटेल सेव न करें। अगर आप क्रेडिट कार्ड से पेमेंट कर रहे हैं तो ऐसे कार्ड से पेमेंट करें जिसकी लिमिट कम हो। अगर आप डिजिटल वालेट से पेमेंट कर रहे हैं तो ध्यान रखें कि उसमें भी पहले से पैसे ना पड़े हों जब आप शॉपिंग करें तभी पेमेंट ट्रांसफर करें।
साइबर विशेषज्ञ ने बताया कि सार्वजनिक साइबर कैफे में इंटरनेट का प्रयोग करने के बाद हिस्ट्री अवश्य डिलीट कर दें। अगर गूगल पे, फोन पे, पेटीएम जैसे ऑनलाइन पेमेंट, यूपीआई ऐप का इस्तेमाल करतें हैं तो अच्छी तरह से ध्यान रखें कि आपको पैसे पाने यानी मनी रिसीव करने के लिए कभी भी किसी लिंक को क्लिक नहीं करना होता है। किसी भी वेबसाइट पर जरूरत से अधिक जानकारी देने से बचें, जैसे आपका अकाउंट नंबर, निजी गोपनीय जानकारी आदि। संभव हो तो उस वेबसाइट को इग्नोर कर किसी अन्य साइट का इस्तेमाल करें।
इस मौके पर साइबर विशेषज्ञ श्री जायसवाल ने बताया कि किसी भी अंजान व्यक्ति को अपनी निजी जानकारी जैसे एटीएम पासवर्ड, क्रेडिट/डेबिट कार्ड नंबर ईमेल, मैसेज या किसी अन्य माध्यम से प्रेषित न करें। किसी भी अंजान व्यक्ति द्वारा पेमेंट भुगतान/प्राप्त करने के लिए भेजे गये किसी भी क्यू आर कोड को स्कैन न करें, अन्यथा आपका खाता खाली हो सकता है। किसी भी प्रकार की बैंकिग सहायता के लिए गूगल द्वारा मिले नंबरों पर सम्पर्क न करें। बैंक द्वारा जारी किये गये हेल्पलाइन नंबरो पर ही संपर्क करें।
उन्होंने बताया कि सार्वजनिक स्थानों पर मोबाइल फोन में सर्च करने पर आने वाले वाई—फाई या ब्लूटूथ सिग्नल को एक्सेप्ट न करें एवं अनजान लिंक पर कभी भी क्लिक न करें। साइबर अपराधी लोगों को ऑनलाइन ऐप में निवेश करने के लिए गुमराह कर देते हैं। ज्यादा रिटर्न का वादा करते हैं किंतु निवेश वापसी संदेहास्पद होती है। कभी भी त्वरित/जल्दी लाभ की उम्मीद में किसी भी संदेहास्पद ऐप्स में निवेश करने से बचें। किसी भी अंजान नंबर से आई कॉल पर सामने वाले व्यक्ति को किसी प्रकार की निजी/गोपनीय जानकारी न दें, अन्यथा आपसे ठगी की जा सकती है।
श्री जायसवाल ने आगे बताया कि साइबर अपराधी विज्ञापन, ईमेल, फोन कॉल और सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए लुभा सकते हैं या सरकारी प्राधिकरण का संदर्भ देते हुए लाभ का ऑफर देते हैं। कृपया किसी भी लालच में न आएं। विभिन्न प्रकार की लॉटरी, कौन बनेगा करोड़पति, घर बैठे लाखों कमाएं, इतने दिन में दोगुना पैसा, रिवार्ड, कैशबैक, लकी कस्टमर इत्यादि के लालच में न आएं और अपने साथ होने वाली धोखाधड़ी से बचें। बहुत से लोग शॉपिंग करते वक्त बार-बार कार्ड नंबर एंटर करने की परेशानी से बचने के लिए अपना कार्ड नंबर और एक्सपायरी वगैरह उस साइट पर सेव कर लेते हैं, ऐसा न करें। किसी भी वेबसाइट, सर्वर, मोबाइल या डेस्कटॉप पर क्रेडिट/डेबिट कार्ड्स की डिटेल सेव न करें। अगर आप क्रेडिट कार्ड से पेमेंट कर रहे हैं तो ऐसे कार्ड से पेमेंट करें जिसकी लिमिट कम हो। अगर आप डिजिटल वालेट से पेमेंट कर रहे हैं तो ध्यान रखें कि उसमें भी पहले से पैसे ना पड़े हों जब आप शॉपिंग करें तभी पेमेंट ट्रांसफर करें।
साइबर विशेषज्ञ ने बताया कि सार्वजनिक साइबर कैफे में इंटरनेट का प्रयोग करने के बाद हिस्ट्री अवश्य डिलीट कर दें। अगर गूगल पे, फोन पे, पेटीएम जैसे ऑनलाइन पेमेंट, यूपीआई ऐप का इस्तेमाल करतें हैं तो अच्छी तरह से ध्यान रखें कि आपको पैसे पाने यानी मनी रिसीव करने के लिए कभी भी किसी लिंक को क्लिक नहीं करना होता है। किसी भी वेबसाइट पर जरूरत से अधिक जानकारी देने से बचें, जैसे आपका अकाउंट नंबर, निजी गोपनीय जानकारी आदि। संभव हो तो उस वेबसाइट को इग्नोर कर किसी अन्य साइट का इस्तेमाल करें।