जमीन में दरारें और आसमान में कड़क धूप देख किसानों का कलेजा रहा सूख
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जौनपुर। देश के विभिन्न हिस्सों से भले ही भारी बारिश और बाढ़ की खबरें आती रही हैं लेकिन मछलीशहर तहसील क्षेत्र के विभिन्न गांवों में अब तक हुई बारिश का आलम यह है कि हालात कुछ-कुछ सूखे जैसे दिख रहे हैं जिन किसानों ने धान की रोपाई कर ली है उनके सामने चुनौती अपने धान को हरा भरा बनाय रखने की है तथा जिन किसानों की रोपाई पूरी नहीं हो सकी है वे इसे पूरी करने की जद्दोजहद में लगे हुए हैं।इन दोनों में वे सिंचाई के लिए नहर और पम्पिंग सेट के सहारे हैं।जो गांव नहरों से आच्छादित नहीं हैं या नहरें तो हैं लेकिन नहरों में पानी नहीं है,वहां बिजली और डीजल इंजन के पम्पिंग सेट से सिंचाई की जा रही है। बिजली आने पर पंखा,कूलर और एसी तो चल ही रही हैं साथ ही किसान एक साथ इतने पम्पिंग सेट चला दे रहे हैं कि ओवर लोड के चलते वोल्टेज लो हो जा रहा है। इस बीच बिजली की आंख मिचौली भी जारी रह रही है। डीजल इंजन से डीजल मंहगा होने के कारण गरीब किसानों को सिंचाई करने में पसीने छूट रहे हैं।
बृहस्पतिवार को दिन भर की तेज धूप देखकर किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें और बढ़ गई हैं। यह विकास खंड मछलीशहर के गांव बामी का दृश्य है जहां बीस से पच्चीस दिन पहले रोपे गए धान के खेतों में सिंचाई के अभाव में दरारें स्पष्ट देखी जा सकती हैं। गांव के किसान बलेस्टर पाल कहते हैं कि इस साल धान की फसल तैयार करने की राह बड़ी कठिन दिख रही है।