राणा सूबेदार के दिशा निर्देशन में संगठित हो रहा क्षत्रिय समाज
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जौनपुर। जब—जब पृथ्वी पर असुरों और आतताइयों का अत्याचार बढ़ा है, तब—तब क्षत्रियों को अपना शौर्य एवं पराक्रम दिखाना पड़ा है। जनपद के मुरादगंज स्थित राम जानकी मंदिर पर क्षत्रिय विकास संस्था के प्रदेश प्रभारी डॉ. जयसिंह राजपूत के नेतृत्व में बैठक हुई जिसकी अध्यक्षता कर रहे क्षत्रिय प्रशस्ति ग्रंथ के लेखक आद्या प्रसाद सिंह ने कहा कि आज समस्त क्षत्रिय समुदाय को संगठित होने की आवश्यकता है। अगर क्षत्रिय समाज त्याग कर सकता है तो वह शासन भी कर सकता है, इसलिए अब समस्त क्षत्रियों को संगठित होना जरूरी है। इसी कड़ी में डॉ. राजपूत ने कहा कि अपने एवं पूर्वजों के सम्मान और स्वाभिमान की लड़ाई में सबको योगदान करने की आवश्यकता है। समय रहते यदि ऐसा नहीं किया गया तो आने वाला समय बद से बदतर हो जाएगा और बाद में यह देखने को मिलेगा कि हम सबसे पीछे वाली लाइन में खड़े हैं। इस अवसर पर राममिलन राजपूत, अनिल सिंह चौहान, प्रशांत सिंह, सीताराम सिंह, चित्रसेन सिंह, उग्रसेन सिंह, दीपक सिंह चौहान, विजय सिंह, विवेक सिंह सहित तमाम लोग उपस्थित रहे। बैठक का संचालन प्रमोद सिंह परमार ने किया।