बाल श्रम समाज के लिए अभिशाप है : चंदन राय
जौनपुर। सरजू प्रसाद शैक्षिक सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था जज कॉलोनी जौनपुर के द्वारा अंतर्राष्ट्रीय बाल श्रम दिवस पर " सभी के लिए न्याय, बाल श्रम का खात्मा " थीम पर अभियान चलाया गया । कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए बाल संरक्षण अधिकारी चंदन राय ने कहा कि उत्तर प्रदेश राज्य सरकार द्वारा एक मास्टर प्लान तैयार किया गया है पांच चरणों में समस्त जनपद को एक माइक्रो प्लान के तहत बाल श्रम को खत्म करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है बाल श्रम समाज के लिए एक अभिशाप है गरीबी के दुष्चक्र के कारण इसमें बाल श्रम का एक प्रमुख योगदान है ।
जिसके कारण बच्चे का शारीरिक व मानसिक विकास नहीं हो पाता है और कठिन परिस्थितियों में काम करने के कारण उसे गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ता है उसकी शिक्षा भी पूरी नहीं हो पाती है जिसके कारण उत्पादकता में कमी आती है निम्न आय करता है और गरीबी के दुष्चक्र को बनाए रखता है ।
अतः इसे हमें समाप्त करने के लिए संकल्प लेना होगा। पूर्व चेयरमैन चाइल्ड वेलफेयर कमेटी संजय उपाध्याय ने कहा कि कोविड-19 दौरान से ही मां-बाप को खोने वाले बच्चे खासतौर से खतरनाक बाल श्रम की शिकार हुए लॉकडाउन के कारण बालश्रम बड़ा है। बहुत से अनाथ हुए बच्चे खतरनाक कामों के शिकार हुए। बाल श्रम हो रहा है देखते हुए भी दिखाई नहीं देता। बदलती दौर में बाल श्रम का रूप भी बदला है जिले स्तर से लेकर राज्य स्तर और केंद्र तक तमाम कमेटियां कमीशन टास्क फोर्स का गठन किया गया है। लेकिन अनुभवी एवं योग्य लोगों की कमी के कारण और कागजी कोरम तक ही बैठके रह जा रही हैं। जरूरत है इन्हें भंग करके नए सिरे से कमेटियों का गठन व सक्रिय किया जाए। बाल श्रम पर कार्य कर रहे राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय संगठन संस्थाएं भी कुछ खास काम नहीं कर पाई हैं बाल श्रम घट रहा है या बढ़ रहा है यह सोचनीय है हमें बच्चों के बचपन के मौलिक संरक्षण हेतु गंभीर प्रयासों की जरूरत है।
चाइल्डलाइन के राजकुमार पांडे ने कहा कि 1 जून से 30 जून तक बाल श्रमिकों को मुक्त कराने के लिए अभियान सरकार द्वारा चलाया जा रहा है ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाध्यापक सुभाष सरोज ने किया संचालन साहित्यकार गिरीश श्रीवास्तव गिरीश ने किया ।उक्त अवसर पर अनिल कुमार सिंह हरकेश यादव संस्था के वॉलिंटियर मौजूद रहे।