शिक्षक संस्थान की धुरी होते हैं: प्रो. प्रदीप
https://www.shirazehind.com/2023/06/blog-post_113.html
पराऊगंज, जौनपुर। कुटीर पीजी कालेज चक्के में सर्वोदय कुटीर बहुउद्देशीय एवं छात्रोपयोगी उद्यान का शिलान्यास एवं कुटीर सम्मान समारोह का आयोजन बुधवार को महाविद्यालय के संस्थापक स्मृति सभागार में आयोजित हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो प्रदीप कुमार शर्मा कुलपति महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय आजमगढ़ ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षक संस्थान की धुरी होते हैं। यह कुटीर संस्थान यहां के वंदनीय संस्थापक का मूर्त स्वरूप है और यहां का वातावरण प्रबंधन शिक्षक और छात्रों की योग्यता प्रदर्शित करता है। उन्होंने कहा की छात्र डिजिटल प्लेटफार्म का सकारात्मक उपयोग कर समाधान प्राप्त सकते है। विशिष्ट अतिथि प्रो जेपीएन मिश्र पूर्व संकायाध्यक्ष गुजरात केंद्रीय विश्वविद्यालय ने कहा कि गुरुजन शिक्षा देते हुए जितना श्रम करता है छात्रों की प्रतिभा उतनी ही निखरती है, शिक्षक यह प्रयास रखें की संस्थान शैक्षणिक मानकों पर खरा उतरे ।अध्यक्षता कर रही प्रो निर्मला एस मौर्य कुलपति वी. ब. सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर ने “उद्यमेन हि सिध्यन्ति कार्याणि न मनोरथैः की व्याख्या करते हुए कहा कि यह कुटीर इसी उद्यम का परिणाम है। यहां गांधी और विनोबा के व्रत और सृजनात्मकता वर्तमान संदर्भ के अनुसार परिलक्षित है। महाविद्यालय शिक्षा के साथ व्यक्तित्व निर्माण भी कर रहा है यही राष्ट्र का निर्माण है, अभी महाविद्यालय के विकास की असीम संभावनाएं है। कुटीर संस्थान के प्रबंधक डॉ अजयेन्द्र कुमार दुबे ने विकसित होने वाले सर्वोदय कुटीर के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा की संस्था का चरम लक्ष्य साधनहीन विद्यार्थियों को आधुनिक शिक्षा का अवसर उपलब्ध कराना है साथ ही उन्होंने आगत जनों का धन्यवाद ज्ञापन किया। स्वागत प्राचार्य प्रो रमेश मणि त्रिपाठी ने किया। कुलपति ने सेवानिवृत्त हो रहे। महाविद्यालय के प्राचार्य का अंगवस्त्रम एवम स्मृति चिन्ह देकर पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिवार की ओर से अभिनंदन किया।कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन से हुवा और इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रतिभाशाली छात्र छात्राओं को कुटीर प्रतिभा सम्मान से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती पूनम सिंह ने किया। इस अवसर पर क्षेत्र के संभ्रांत नागरिक, अभिभावक और छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।