सौहार्द-बंधुत्व मंच ने ग्रामीण महिलाओं को किया जागरूक
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केराकत, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र के ग्राम उमरवार में अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक मजदूर दिवस पर सौहार्द-बंधुत्व मंच ने ग्रामीण विकास संस्थान के तहत ग्रामीण अंचल की महिलाओं को जागरूक किया गया।इस दौरान सौहार्द फेलो नीरा आर्य ने महिलाओं को जागरूक करते हुए बताया कि मजदूर का मतलब हमेशा गरीब से नहीं होता है। मजदूर वह इकाई है जो हर सफलता का अभिन्न अंग है, फिर चाहे वह ईंट गारे से सना इंसान हो या ऑफिस की फाइलों के बोझ तले दबा एक कर्मचारी हो हर वह इंसान जो किसी संस्था के लिए काम करता है और बदले में पैसे लेता है, वह मजदूर होता है।
उन्होंने कहा कि हमारे समाज में मजदूर वर्ग को हमेशा गरीब इंसान समझा जाता है। धूप में मजदूरी करने वालों को ही मजदूर समझते हैं। इसके विपरीत मजदूर समाज वह अभिन्न अंग है जो समाज को मजबूत व परिपक्क बनाता है। साथ ही बैठक में संवैधानिक मूल्यों पर चर्चा की गई। श्री आर्य ने बताया कि श्रमिक मजदूर के बच्चों को कक्षा 6 से 12 तक निशुल्क शिक्षा दिया जाएगा।
इस अवसर पर सामाजिक कार्य करती मीरा, जल सखी नीलम, बैंक सखी, राधिका, समूह सखी सावित्री के साथ श्रमिक विंदू देवी, उर्मिला देवी, सत्यभामा समेत भारी संख्या में महिलाएं मौजूद रहीं।
उन्होंने कहा कि हमारे समाज में मजदूर वर्ग को हमेशा गरीब इंसान समझा जाता है। धूप में मजदूरी करने वालों को ही मजदूर समझते हैं। इसके विपरीत मजदूर समाज वह अभिन्न अंग है जो समाज को मजबूत व परिपक्क बनाता है। साथ ही बैठक में संवैधानिक मूल्यों पर चर्चा की गई। श्री आर्य ने बताया कि श्रमिक मजदूर के बच्चों को कक्षा 6 से 12 तक निशुल्क शिक्षा दिया जाएगा।
इस अवसर पर सामाजिक कार्य करती मीरा, जल सखी नीलम, बैंक सखी, राधिका, समूह सखी सावित्री के साथ श्रमिक विंदू देवी, उर्मिला देवी, सत्यभामा समेत भारी संख्या में महिलाएं मौजूद रहीं।