त्याग, समर्पण व बीरता के प्रतीक है महाराणा प्रताप- कृपाशंकर सिंह
मुख्य अतिथि महाराष्ट्र सरकार में पूर्व गृहराज्य मंत्री कृपाशंकर सिंह ने कहा कि महाराणा प्रताप भारतीय इतिहास के एक बीर सपूत है जिनकी प्रेरणा से आज भी युवा पीढ़ी उत्साहित हो रही है। उन्होंने कभी वसूलों से समझौता नही किया। उनका नाम इतिहास में और दृढ़ प्रण के लिए अमर है। उनके त्याग, समर्पण व वीरता को कभी नहीं भुलाया जा सकता। विशिष्ट अतिथि विधान परिषद सदस्य बृजेश सिंह प्रिंसू ने कहा कि महाराणा प्रताप सच्चे राष्ट्रभक्त थे। उन्होंने कभी भी परिस्थितियों से समझौता न करके देश के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिया। विशिष्ट अतिथि सिंगरामऊ स्टेट के कुंवर जयसिंह बाबा ने कहा कि मातृभूमि की रक्षा के लिए महाराणा प्रताप ने संघर्ष करते हुए अपने प्राण त्याग दिया। जिन्होंने कभी घास से बनी रोटी खाने का विकल्प चुना लेकिन कभी भी अपना धर्म और अपना अभिमान अकबर को नहीं दिया। जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन पूर्व मंत्री कुंवर वीरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि महाराणा प्रताप ने कभी जीवन में किसी से हार नहीं मानी। स्वाभिमान से जीवनयापन किया। आज भी उनका व्यक्तितत्व समाज के लोगों के लिए प्रेरणादायक है। ओमप्रकाश सिंह ने विस्तार से प्रकाश डालते हुए जनपद में शीघ्र ही महाराणा प्रताप की भब्य मूर्ति स्थापित कराने की प्रतिबद्धता जताई। इस कार्य मे समिति के लोगो ने हरसम्भव सहयोग देने का आश्वासन भी दिया। प्रख्यात गायक रविन्द्र सिंह ज्योति ने गीत सुनाकर रोमांचित कर दिया।
कार्यक्रम में अधिवक्ता दुष्यंत सिंह, धुरंधर सिंह, रत्नाकर सिंह, अजीत सिंह, रवींद्र प्रताप सिंह, प्रमुख द्वय विनय सिंह, वीरेंद्र सिंह, विनय सिंह प्रधान, सिद्धार्थ सिंह, अमर बहादुर सिंह, उदयराज सिंह, नरसिंह हादुर सिंह, सुधाकर सिंह, प्रमोद सिंह, करिया सिंह, सर्वेश सिंह, मनोज सिंह, मनीष सिंह सोमवंशी, धर्मेंद्र सिंह, रजनीश सिंह, राजेश सिंह, राघवेंद्र सिंह, सौरभ सिंह, रमेश सिंह रामा सहित भारी संख्या में लोग मौजूद रहे। अध्यक्षता पूर्व विधायक सुरेंद्र प्रताप सिंह, संचालन अजय कुमार सिंह व आभार दिनेश सिंह बब्बू ने ज्ञापित किया।