नही मिला पीएम आवास योजना का लाभ, पुश्तैनी घर को सवारने में जुटे छोटेलाल
हालात यह है कि अब इन गरीब परिवारों के घरों मे शहनाई भी नहीं बज रही है। गरीबी की जिंदगी गुजर बसर करने वाले यह परिवार सबसे गुहार लगाई, लेकिन सिर्फ आश्वासन ही मिला। कच्चे टूटे-फूटे मकान में प्लास्टिक की चादर बिछकर ये गरीब परिवार अपनी जिंदगी गुजर बसर कर रहे हैं। इतना ही नहीं बारिश ने तो इन परिवारों पर कहर बरपाया है। यह हाल है ग्राम अरसिया डिहवा विकास खंड सुइथाकला ग्राम पंचायत का।
अरसिया बाजार डिहवा निवासी स्वर्गीय विपत जिनकी 66 वर्ष की उम्र में विगत दिनों मृत्यु हो गई जो अपनी पूरी उम्र कुम्हार का कार्य करके घर की रोजी रोटी चलाते थे ।जिनकी मृत्यु के तत्काल बाद पत्नी की भी मृत्यु हो गई दोनों का मृत्यु का कारण गरीबी बताया जाता है। जिनका दवा के अभाव में मृत्यु हो गया । स्वर्गीय विपत के 2 पुत्र हैं हीरालाल प्रजापति एवं छोटे लाल प्रजापति जो आज भी बरसात में छाता के भरोसे समय गुजारते हैं।
घर की महिला मनोरमा का कहना है कि घर नहीं रहने के कारण शादी भी नहीं हो पा रही है। गरीबी की मार झेल रहे इन परिवारों का मजदूरी से ही गुजर बसर होता है। महंगाई की मार के चलते इन परिवारों को महज दो वक्त की रोटी मिल पाती है। यही वजह है कि ये परिवार उम्र के इस पड़ाव पर भी अपना पक्का घर नहीं बना पा रहे हैं। और चिलचिलाती धूप एवं बदलते बरसात के मौसम में छोटेलाल अपने पुश्तैनी पैतृक निवास पर मिट्टी का लेप लगाकर छांव करने का प्रयास कर रहे हैं। ग्राम अरसिया डिहवा सुईथाकला ब्लॉक एवं क्षेत्रीय प्रशासनिक अधिकारी जिम्मेदार निष्क्रिय हैं। ग्राम प्रधान अरसिया ने संवाददाता से बताया कि आवास योजना ऑनलाइन प्रारंभ होने के बाद सरकार द्वारा स्कीम का लाभ दिलाया जाएगा।