भगवान तो सिर्फ भाव के भूखे होते हैं, रूपये के नहीं: निर्मल शरण
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नौपेड़वा, जौनपुर। अयोध्या से पधारे निर्मल दास जी महराज ने कहा कि भगवान को रुपये पैसे से खुश नहीं किया जा सकता। भगवान तो भक्त के सिर्फ भाव के भूखे होतें है। किसी के सामने मत रोओ दुनिया में हंसी के पात्र बनोगो, अगर रोना है तो सिर्फ ठाकुर जी के सामने रो लेना सारे कष्ट दूर हो जाएगा।निर्मल जी नौपेड़वा बाजार में हनुमान मन्दिर पर दिन में मूर्तियों की स्थापना पश्चात रात्रि में एक दिवसीय संगीतमयी प्रवचन करतें हुए उमड़ी भक्तों के बीच कही। उन्होंने कहा कि ईश्वर को पाने के लिए जब तक मन मे छटपटाहट नही होगी हासिल नही हो सकता। ठाकुर जी के सामने सिर्फ मीरा के आंसू गिरे थे जो गिरधर की बनकर रह गई। राम केवट संवाद सुनाते हुए उन्होंने कहा कि केवट प्रभु राम के चरणरज लेकर कृतार्थ हुआ तो भगवान राम सीता जी तरफ देखने लगे सीता जी भाव समझ कर तुरंत हाथ की उंगली में पहनी मुद्रिका निकाल प्रभु के हाथ में दे दिया यह सीता जी का चरित्र था।
इस दौरान ब्यापार मण्डल अध्यक्ष आशीष जायसवाल, अमरनाथ मोदनवाल, सूरज जायसवाल, डॉ. अजय निगम, आशीष जायसवाल चंद्रवंशी, हेमन्त सेठ, रिन्कू निगम, पुजारी संजय, गोल्डी जायसवाल, महेश मोदनवाल, संदीप माली, संतोष जायसवाल, गुड्डू जायसवाल सहित सैकड़ों भक्त मौजूद रहे।
इस दौरान ब्यापार मण्डल अध्यक्ष आशीष जायसवाल, अमरनाथ मोदनवाल, सूरज जायसवाल, डॉ. अजय निगम, आशीष जायसवाल चंद्रवंशी, हेमन्त सेठ, रिन्कू निगम, पुजारी संजय, गोल्डी जायसवाल, महेश मोदनवाल, संदीप माली, संतोष जायसवाल, गुड्डू जायसवाल सहित सैकड़ों भक्त मौजूद रहे।