सपा के गढ़ में पंजा की दस्तक, बीजेपी के गढ़ में चला झाड़ू का जादू
बीजेपी ने नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पद से टंडन परिवार को पद विहीन करने के लिए यह सीट सामान्य महिला के लिए आरक्षित सीट होने के बावजूद ओबीसी ट्रंप कार्ड खेलते हुए मौर्य समाज से मनोरमा मौर्य को मैदान में उतारा था। उधर पहली बार इस सीट पर कब्जा करने के लिए सपा ने माया टंडन को मात देने के लिए वैश्य समाज की उषा जायसवाल को टिकट दिया था। कांग्रेस ने मुस्लिम समाज की दरख्शा खातून को दांव पर लगाकर मुसलमानों को साधने का काम किया , आम आदमी पार्टी ने डॉ चित्रलेखा सिंह को टिकट देकर मैदान में भेजा था।
सभी प्रत्याशियों ने पूरे दम खम के साथ चुनाव लड़ी। महिलाओं के बीच हुई चुनावी नूरा कुश्ती में जमकर एक दूसरे के वोटों में सेंध लगाई। कुछ महीने से प्रदेश में हो रही घटनाओं से आहत होकर अधिकांश मुस्लिम मतदाताओं ने साइकिल की सवारी छोड़कर अपने मनपसंद उम्मीदवारों को वोट किया। यह वोट कांग्रेस , बसपा और आम आदमी के खाते में बट गया। मुस्लिम मतदाताओं के बंटवारे में कांग्रेस के हिस्से में अधिक मत आता दिखा।
आप का झाड़ू बीजेपी के परम्परागत वोट पर भी चला है । उधर माया टंडन के पति का मायाबी जादू हर जाति हर धर्म के सिर पर चढ़कर बोल रहा था । हर बूथ पर हाथी ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
फिलहाल मतदाताओं का फैसला मत पेटिका में बंद हो गया है अब 13 मई को मतगणना के बाद ही पता चल पाएगा।