135- ए नेशनल हाईवे पर नियमों को दरकिनार कर बनाया गया स्पीड ब्रेकर
खेतासराय(जौनपुर) अयोध्या से काशी को जोड़ने वाले नेशनल हाइवे 135- ए पर शाहगंज- जौनपुर मार्ग पर बन रही सड़क पर नियमों को ताख पर ऱखकर स्पीड ब्रेकर बनाये गये है । हालाकि सामान्य तौर पर एनएच पर ब्रेकर बनाने की अनुमति नही है । पूर्व में बने ब्रेकर को नियमों के तहत समाप्त कर दिया गया । इस मार्ग के प्रमुख शिक्षण संस्थानों के सामने आवश्यकता नुसार स्पीड ब्रेकर बनाया गया है । वही पूर्वी प्रदेश का प्रमुख मदरसा गुरैनी स्कूल के सामने बना दो स्पीड ब्रेकर को ठेकेदार ने एनएच का हवाला देकर समाप्त कर दिया ।
सड़क हादसे में बढोत्तरी होने से उलेमाओं में काफ़ी रोष है ।
गौरतलब है कि यह मार्ग पहले स्टेट हाइवे था, बाद में केंद्रीयसड़क मंत्री ने मिर्जापुर वाया भदोही- जौनपुर से अकबरपुर(अम्बेडकर नगर) तक फोर लेन 135 -ए की मंजूरी दे दी । भदोही से रामपुर तक फोर लेन का कार्य भी प्रगति पर है । प्रमुख मदरसा रियाजुल उलूम गुरैनी मुख्य मार्ग पर सड़क पार करने के दौरान लोग हादसे के जद में आकर कई छात्र और अभिभावक दम तोड़ दिए । जिम्मदारो की मांग पर 2019 में प्रभारी मंत्री रही सांसद रीता बहुगुणा जोशी के अनुमोदन पर जिलाधिकारी के आदेश पर यहाँ ब्रेकर बनाया गया ।
बक़ौल नायब नाज़िम अबू बकर ने बताया कि मदरसे में दो हज़ार से अधिक बच्चे तालीम हासिल करते है, ब्रेकर रहने से नेशनल हाईवे पर हादसे में कमी आई थी । लेकिन पुनः सड़क बनने पर ब्रेकर को ख़त्म कर दिया । आवश्यकता नुसार शाहगंज-जौनपुर मार्ग के प्रमुख स्थानों के अतिरिक्त शिक्षण संस्थानों के सामने ब्रेकर बनाया गया है, तो यहाँ पर क्यों दरकिनार किया गया है ? एनएच से जुड़े अफ़सरो की मानी जाय तो नेशनल हाईवे पर सिर्फ़ राज्यपाल के ही आदेश पर ही एनएचआई ब्रेकर बना सकती है । मालूम हो कि रविवार की शाम मदरसे के आलिम-ए दीन अब्दुल हई सड़क को पार करने के दौरान हादसे के शिकार हो गए । गम्भीर रूप से घायल शिक्षक की कई जगह हड्डी फैक्चर हो गई ।
वही एनएचआई का अलग डिवीजन बनने की वजह से जिले का कोई भी लोकनिर्माण विभाग का एक्सीएन बात करने को तैयार नही है ।