पिछड़े और अछूतों के उत्थान के लिए अनेकों कार्य किए थे ज्योतिराव फुले
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जौनपुर। समाजवादी पार्टी कार्यालय पर महात्मा ज्योतिराव गोविंद राव फूले के जंयती जिलाध्यक्ष डा0 अवधनाथ पाल अध्यक्षता में मनाई गई। डा0 पाल ने उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि माहत्मा ज्योतिराव फुले ने महाराष्ट्र में सत्य शोधक समाज नामक संस्था का गठन किया। जिसमें इन्होंने महिलाओं , पिछड़े और अछूतों के उत्थान के लिए अनेकों कार्य किए समाज के सभी वर्गों को शिक्षा प्रदान करने के ये प्रबल समर्थक थे। वे भारतीय समाज में प्रचलित जाति पर आधारित विभाजन और भेदभाव के विरुद्ध थें इनका मूल उद्देश्य सित्रयों को शिक्षा का अधिकार प्रदान करना बाल विवाह का विरोध ,विधवा विवाह का समर्थन करना रहा।
फुले समाज की कुप्रथा अंधश्रद्धा की जाल से समाज को मुक्त करना चाहते थें अपना सम्पूर्ण जीवन उन्होंने स्त्रियों को शिक्षा प्रदान कराने में स्त्रियों को उनके अधिकार के प्रति जागरूक करने में व्यतीत किया। फुले महिलाओं को स्त्री-पुरूष भेदभाव से बचाना चाहते थें उन्होंने कन्याओं के लिए भारत देश की पहली पाठशाला पुणे में बनाई स्त्रियों की तत्कालीन दयनीय स्थिति से फुले बहुत व्याकुल और दुखी होते थें इसलिए उन्होंने दृढ़ निश्चय किया कि वे समाज में कांतिकारी बदलाव लाकर ही रहेंगे। उन्होंने अपने धर्मपत्नी सावित्रीबाई फुले को स्वयं शिक्षा प्रदान की सावित्रीबाई फुले भारत की प्रथम महिला अध्यापिका बनी थी ।
जंयती मे मुख्य रूप से पूर्व विधायक लंलन प्रसाद यादव, श्री राम यादव, दीपचंद सोनकर,रामपारस रजत,राजेन्द्र टाईगर, राहुल त्रिपाठी,सैयद आरिफ,रुक्सार अहमद,अनवारुल हक,दीपचंद राम,राजकुमार बिन्द जियालाल विश्कर्मा, जेपी यादव, साजिद अलीम, इशाद मंशूरी कमालुद्दीन अंसारी,अनील दूबे,गप्पू मौर्या लाल मोहम्मद रायनी, अली मंजर डेजी आरीफ हबीब,पप्पू मौर्या,मनोज मौर्या,संदीप यदुवंशी,अजय प्रजापति,विकास सोनकर, अमित यादव,रमाशंकर यादव, मालती निषाद, तारा त्रिपाठी, उषा जयसवाल सोनी यादव लक्ष्मी शंकर यादव, दिनेश फौजी,धर्मेंद्र सोनकर,जमाल विक्की यादव आदि संचालन निवर्तमान महासचिव हिसामुद्दीन शाह ने किया ।