साहब... यह केराकत है, यहां मुख्यमंत्री के आदेश अधिकारियों को नहीं आती रास!
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केराकत, जौनपुर। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गौवंश को लेकर निर्देश जारी करते हुए कहा कि प्रदेश भर में एक भी छुट्टा मवेशी सड़क, खेत व खलिहानों में घूमते नजर नहीं आने चाहिए। अगर ऐसे छुट्टा मवेशी घूम रहे हैं तो उन्हें गौ आश्रय तत्काल भेजा जाय परंतु लगता है कि जौनपुर के अधिकारियों को योगी सरकार के कार्य रास नहीं आते दिख रहे हैं। कई बार छुट्टा मवेशियों की खबर अखबारों में प्रकाशित हो रही है। बावजूद इसके भी सरकार के आदेशों की अवहेलना करते हुए अधिकारी व कर्मचारी अच्छे कार्यों का पतीला लगाने पर तुले हुये हैं।गौरतलब हो कि जहां बेमौसम की बारिश का कहर किसानों पर टूटा, वहीं छुट्टा मवेशियों का झुंड भी किसानों के पकी फसल को बर्बाद कर रहे हैं। ऐसा ही एक नजारा तहसील मुख्यालय से महज 5 किलोमीटर दूर गंगौली गांव में छुट्टा मवेशियों का झुंड पकी फसल को बर्बाद करते हुए देखा गया।
विडंबना तो देखिए कि लगभग हर रोज केराकत स्टेशन रोड से छुट्टा मवेशी बाजार की तरफ जाते हुए देखा जा रहा है। बावजूद इसके भी भटक रहे छुट्टा मवेशियों को पकड़कर गौशाला नहीं भेजा जा रहा हैं। लगता है कि अधिकारी व कर्मचारी तंदनिद्रा में सोए हुए हैं। गौशालाओं की बात करें तो उनकी दशा भी किसानों की तरह ही दयनीय है। सूत्रों की मानें तो मद डकारते हुए गौशालाओं के संचालक तो मस्त है। वहीं पशु पस्त हैं। बहरहाल चिलचिलाती धूप में इधर—उधर भटक रही गायों की इस दुर्दशा पर अधिकारी अपना कर्तव्य निभाएंगे? यह एक सोचनीय विषय है।
विडंबना तो देखिए कि लगभग हर रोज केराकत स्टेशन रोड से छुट्टा मवेशी बाजार की तरफ जाते हुए देखा जा रहा है। बावजूद इसके भी भटक रहे छुट्टा मवेशियों को पकड़कर गौशाला नहीं भेजा जा रहा हैं। लगता है कि अधिकारी व कर्मचारी तंदनिद्रा में सोए हुए हैं। गौशालाओं की बात करें तो उनकी दशा भी किसानों की तरह ही दयनीय है। सूत्रों की मानें तो मद डकारते हुए गौशालाओं के संचालक तो मस्त है। वहीं पशु पस्त हैं। बहरहाल चिलचिलाती धूप में इधर—उधर भटक रही गायों की इस दुर्दशा पर अधिकारी अपना कर्तव्य निभाएंगे? यह एक सोचनीय विषय है।