ईमानदारी व कर्मठता का प्रतीक है शील्ड
सम्मान समारोह को संबोधित करती कुलपति ने कहा कि शील्ड ईमानदारी और कर्मठता का प्रतीक है। इसे जीवन के हर क्षेत्र में अपनाना चाहिए। उन्होंने रोवर्स-रेंजर की स्वागत ताली पर उसके वैज्ञानिक महत्व को विस्तार से बताया। साथ ही महिलाओं को शरीर पर आभूषण के पहनने का कारण पर भी चर्चा की।
कुलसचिव ने कहा कि सेवा जनकल्याण के लिए होनी चाहिए। सेवा और मेहनत का परिणाम है कि हमारी टीम लगातार चैम्पियन बनी है। वित्त अधिकारी संजय राय ने रोवर्स-रेंजर के विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया। साथ ही कहा कि इसका अनुशासन और व्यवहार ज्यादा से ज्यादा लोगों को प्रभावित करें। रोवर-रेंजर विश्वविद्यालय संयोजक डॉ जगदेव ने अतिथियों का स्वागत करते हुए रोवर्स-रेंजर्स की उपलब्धियों को विस्तार से बताया।
संचालन डॉ राकेश मिश्रा और धन्यवाद ज्ञापन प्रो. अजय दुबे ने किया। इसके पहले रोवर्स-रेंजर की टीम ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। परीक्षा नियंत्रक वीएन सिंह ने भी गीत के माध्यम से विद्यार्थियों में ऊर्जा का संचार किया। इस अवसर पर प्रो. अजय द्विवेदी, प्रो. सुरेश पाठक, प्रो. शम्भू राम चौहान, प्रो. प्रमोद सिंह, सहायक कुलसचिव अजीत सिंह, डा. लक्ष्मी प्रसाद मौर्य, डॉ रसिकेश, डॉ सुनील कुमार, डॉ मनोज मिश्र, डॉ अशोक सिंह, डॉ पारूली सिंह, डॉ सुधीर, शिवकुमार आदि उपस्थित थे।