संपूर्ण समाज के उत्थान में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा श्री सर्वेश्वरी समूह
श्री गांधी स्मारक इंटर कॉलेज समोधपुर के पूर्व प्रधानाचार्य व शाखा के कोषाध्यक्ष डा.रणजीत सिंह ने कहा कि जो अत्यधिक सरल, सुगम एवं सौम्य है,कठोर नहीं है वही अघोर है।इससे बड़ा कोई मंत्र नहीं तथा गुरु से बड़ा कोई शब्द नहीं।उन्होंने कहा कि यह संस्थान इस मत में विश्वास करता है कि पूजा न करने का वास्तविक एहसास ही ईश्वर की सच्ची पूजा है।कोषाध्यक्ष ने कहा कि परमात्मा की भक्ति के लिए संसाधनों का कोई विशेष महत्व नहीं है। सूर्य को दीप,जल को नैवेद्य तथा वायु को गंध मानकर ईश्वर का स्मरण किया जा सकता है।सभी के प्रति दया भाव रखते हुए मानवता में सच्चा विश्वास, कर भला ,हो भला का स्वभाव ही अघोर है।इसमें आडंबर का कोई स्थान नहीं है।संस्थान तन की शुद्धि के बजाय मन की शुद्धि का पोषक है।स्थापना दिवस समारोह में शामिल होकर मशहूर गायक सुरेश शुक्ल अत्यंत भाव विभोर हो उठे।उन्होंने अपने अतीत को याद करते हुए कहा कि परम पूज्य अघोरेश्वर महाप्रभु की चरण रज से धन्य समोधपुर की धरती को स्पर्श करके बिल्कुल अभिभूत हूं।अपनी जमीन से जुड़े रहकर मैं अपने आप को सौभाग्यशाली समझता हूँ।यहां हमारी पिछली यादें बसी हुई हैं ।गौरतलब है कि इस शाखा की स्थापना पूज्यपाद संभव राम जी ने 2 मार्च 1992 में किया था। बदलापुर शाखा के उपाध्यक्ष दल सिंगार सिंह (फौजी) एवं अन्य पदाधिकारियों ने भी कार्यक्रम में सहयोग किया। इस अवसर पर बृजेश सिंह सिंगर,आरपी सिंह प्राचार्य डीपीएड,डा.अरविंद सिंह,मनीष रावत,धर्मदेव शर्मा,सतीश सिंह,महेंद्र सिंह,राजनाथ सिंह, रविंद्र उपाध्याय,राम बख्श सिंह, वीरेंद्र सिंह,जितेंद्र बहादुर सिंह बबलू (जांचकर्ता) जयप्रकाश सिंह, संतोष पुजारी आदि लोग उपस्थित रहे।