कहीं सड़क टेढ़ी तो कहीं नाली को किया जा रहा संकरा
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जौनपुर। लुम्बिनी—दुद्धी राष्ट्रीय राजमार्ग के चौड़ीकरण में गजब का खेल हो रहा है जिसके चलते जहां निम्न व मध्यमवर्गीय लोग जो चुप रहते हैं, के साथ बहुत गलत हो रहा है, वहीं सत्ता के गलियारों में पकड़ बनाने एवं धनाढ्य लोग मस्त हैं, क्योंकि नाप होने के बावजूद भी उनके घर के सामने की सड़क को संकरी व टेढ़ी कर दी जा रही है। हद तो तब हो गयी जब जौनपुर, वाराणसी सहित लखनऊ में बैठे अधिकारियों से शिकायत करने के बाद सभी जगह से एक ही जवाब आ रहा है। फिलहाल इस निर्माण कार्य में किये जा रहे सौतेलेपन से परेशान लोगों ने जिलाधिकारी सहित मुख्यमंत्री का ध्यान आकृष्ट कराते हुये न्याय के साथ कार्य करवाने की मांग किया है।क्षेत्रीय लोगों की मानें तो पॉलिटेक्निक चौराहा, उमरपुर से मड़ियाहूं रोड पर स्थित अहमद खां मण्डी मोहल्ले तक अनियमित एवं विधि विरुद्ध तरीके से नाली एवं सड़क का निर्माण कार्य चल रहा है। इस निर्माण में केंद्रीय सड़क विभाग एवं राजस्व की बहुत बड़ी हानि हो रही है लेकिन सरकार के अधीनस्थ एवं उच्चस्थ अधिकारी मौन हैं। कारण कमीशनखोरी मानी जा रही है।
बताते चलें कि नगर के पॉलिटेक्निक से अहमद खां मण्डी ट्रांसफार्मर तक सड़क की चौड़ाई 66 फुट यानी 20 मीटर है एवं अहमद खां मण्डी में ट्रांसफार्मर से हरिदास के आवास तक 45 फुट यानी 14 मीटर है। रिहायशी इलाका होने के नाते अहमद खां मण्डी के सड़क की चौड़ाई कम की गयी परन्तु पॉलिटेक्निक चौराहा से अहमद खां मण्डी के ट्रांसफार्मर तक विशेष अनियमितता दिखायी दे रहा है। इसको संज्ञान में लेते हुये कई बार लोक निर्माण विभाग जौनपुर, वाराणसी, सिटी मजिस्ट्रेट, जिलाधिकारी जौनपुर, आयुक्त वाराणसी मण्डल, अधिशासी अभियंता राष्ट्रीय मार्ग खण्ड लोक निर्माण विभाग वाराणसी, लोक निर्माण मंत्री उत्तर प्रदेश शासन सहित मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश को लगातार अवगत कराया जा रहा है लेकिन अनियमितताओं की कडी में कोई सुधार नहीं दिख रही है। बीच-बीच में नाली एवं सड़क को संकरा करने से यह साबित होता है कि आने वाले समय में जाम की व्यवस्था यथा स्थिति बनी रहेगी।
शिकायतकर्ता सतीश चन्द्र पाण्डेय निवासी उमरपुर, हरिबन्धनपुर के अनुसार उन्होंने जौनपुर, वाराणसी, लखनऊ में बैठे अधिकारियों से अलग—अलग शिकायत किया लेकिन सभी का जवाब जौनपुर से आया जिसमें स्पष्ट रूप से दर्शाया गया कि यह राष्ट्रीय मार्ग खण्ड लोक निर्माण विभाग वाराणसी के अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत आता है जबकि जितनी भी आख्या अब तक उपस्थित हुई है, वह राष्ट्रीय मार्ग खण्ड लोक निर्माण विभाग जौनपुर कार्यालय से भेजी गयी। स्पष्ट लिखित है कि यह कार्य क्षेत्र लोक निर्माण खण्ड जौनपुर के अधिकार क्षेत्र से बाहर है। फिलहाल यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका कि राष्ट्रीय मार्ग खण्ड लोक निर्माण विभाग जौनपुर, वाराणसी अथवा लखनऊ द्वारा संचालित है या कहीं और से जो प्रश्नचिन्ह खड़ा कर रहा है। फिलहाल ठेकेदार, अवर अभियंता, अधिशासी अभियंता सहित अन्य सम्बन्धित लोगों द्वारा सरकार को करोड़ों का चूना लगाया जा रहा है।
इसी क्रम में अधिशासी अभियन्ता लोक निर्माण विभाग वाराणसी से शिकायत करने वाले श्री पाण्डेय ने बताया कि उन्होंने नाली एवं सड़क निर्माण की चौड़ाई कम करने से होने वाली क्षति के बारे में 24 जनवरी 2023 को मुख्यमंत्री, लोक निर्माण मंत्री, आयुक्त वाराणसी मण्डल, जिलाधिकारी जौनपुर, सिटी मजिस्ट्रेट जौनपुर, लोक निर्माण विभाग से आनलाइन शिकायत किया। साथ ही बीते 2 फरवरी 2023 को उपरोक्त को रजिस्ट्री पत्र के माध्यम से पुनः शिकायत किया लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई।
बीते 15 फरवरी 2023 को लोक निर्माण विभाग जौनपुर ने उक्त शिकायत को अधिशासी अभियन्ता राष्ट्रीय मार्ग खण्ड लोक निर्माण विभाग वाराणसी से कहने के लिये कहा जिस पर उसी दिन शिकायत की गयी। इस पर उन्होंने अधिशासी अभियन्ता राष्ट्रीय मार्ग खण्ड लोक निर्माण विभाग वाराणसी को अग्रसारित करने की बात कही परंतु समाचार लिखे जाने तक उस पर अधिशासी अभियन्ता राष्ट्रीय मार्ग खण्ड लोक निर्माण विभाग वाराणसी का कोई उत्तर नहीं आया। ऐसे में यह तय है कि उक्त निर्माण कार्य में सरकारी धन का बन्दरबांट किया जा रहा है लेकिन उस पर अंकुश एवं क्षेत्रीय लोगों के साथ किये जा रहे सौतेलेपन का कोई निस्तारण नहीं हो सकता है।