जश्ने दस्तार हिफजुल कुरान दस्तार बंदी का हुआ आयोजन
इसी क्रम में अल्पसंखयक आयोग के सदस्य हैदर अब्बास चांद, उपजिलाधिकारी राजेश कुमार चौरसिया , क्षेत्राधिकारी अतर सिंह, प्रभारी निरीक्षक किशोर कुमार चौबे ने शिरकत की हाजी इमरान खान, मोहम्मद रिजवान, इरशाद अहमद, द्वारा बुके भेंट की ईशा की नमाज के बाद उक्त कार्यक्रम का आगाज कारी मोहम्मद अहमद अजीजी मुबारकपुरी ने कुरान पाक की तिलावत से किया ।
कार्यक्रम के दौरान हिफ्ज पढ़ने वाले 13 तलबा और मौलवी पढ़ने वाले 2 तलबा की दस्तारबंदी हुई और हाफिज व मौलवी के खिताब से नवाजा गया। इसी क्रम में गुलाम नूरे मोजस्सम ने कलाम पेश कर श्रोताओं का दिल जीत लिया। इसी क्रम में मौलाना सैय्यद सबाहत हुसैन साहब ने बयान करते हुए कहा कि कुरान केवल मुसलमान के लिए ही नहीं बल्कि दुनिया के तमाम इंसानों के लिए रहनुमाई है। कहा जिंदगी और आखिरत में कामयाब होना चाहते हैं तो कुरान की रस्सी को मजबूती से पकड़ लो, क्योंकि हर जगह कुरान तुम्हारी रहनुमाई करेगा । और दिग्भ्रमित होने से बचाएगा। जलसे को खिताब करने वालों में मुफ्ती मसूद अहमद बरकाती ने भाईचारा कायम रखने और इस्लाम में आइन पर इस्लाही बयान किया ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता हाजी मोहम्मद इमरान खान ने किया। इस मौके पर मास्टर रिज़वान अहमद , फैजान अहमद , महमूद आलम , इशराक अहमद, इरशाद अहमद ,हाफिज व कारी यूनुस ,हाफिज शकील अहमद, मौलाना शमसुद्दीन, जमाल अख्तर , नफीस अहमद, वकील अहमद , मोहम्मद अली आदि लोग उपस्थित रहे।