सभी धर्मों के लोग जुटे, अमन—चैन की मांगी गयी दुआ
जौनपुर। जुलूस मेराजुन्नबी स.अ.व. व मदहे सहाबा का आयोजन हुआ। नगर के औलिया मस्जिद सुतहटटी बाजार में आयोजित जलसा व कौमी यकजहती की शुरूआत तिलावते कलामे रब्बानी से कारी यासीन जामिया हुसैनिया लाल दरवाजा ने किया। इसके बाद नाते नबी का नजराना हाफिज एहसान खैराबादी व कारी सुफियान ने पेश किया। तत्पश्चात्ह जरत मौलाना कारी वहाब फूलपुरी ने कहा कि अल्लाह ने अपने रसूल को मेराज पर बुलाया। हजरत मोहम्मद स.अ.व. काबे शरीफ से मस्जिदे अक्सा से मेराज यानी अल्लाह के पास तशरीफ ले गये जहां नमाज़ का तोहफा दिया।
इस मौके पर समाजसेवी निखिलेश सिंह ने कहा कि जौनपुर की आवाम अमन पसंद है। यहाँ आपस में मिल—जुलकर सभी प्रोग्राम करते हैं। इसी क्रम में सपा नेता श्रवण जायसवाल ने कहा कि गंगा—जमुनी तहजीब का शहर है जौनपुर। यहां आपसी भाईचारा कायम है जो आगे रहेगा।
संरक्षक अनवारुल हक गुड्डू ने कहा कि यह कार्यक्रम चांद की 26 रजब को मनाया जाता है। इस बार शिव बारात और जुलूस मेराजुन्नबी एक ही दिन पड़ा लेकिन जौनपुर की मिसाल कायम रही। दोनों धर्मों का पर्व सकुशल जुलूस संपन्न हुआ।
मेहमाने खुसूसी सरफराज अहमद खान ने कहा कि जौनपुर में इस तरह का कार्यक्रम हमेशा होता रहता है। यहां हिंदू—मुस्लिम की एकता देखने को मिलती है। जलसे की अध्यक्षता अनवारूल हक़ गुडडू एवं संचालन औलिया सीरत कमेटी के अध्यक्ष कमालुद्दीन अंसारी ने किया।
इस अवसर पर डा० शकील, नेयाज़ ताहिर शेखू, इरशाद मंसूरी, शकील अहमद, हफीज शाह, फिरोज अहमद, शम्स तबरेज, अजीज फरीदी, आरिफ अंसारी, फाजिल सिद्दीकी, जावेद अजीम, इश्तियाक अहमद राईनी, मौलाना ताजुल इस्लाम, शकील मंसूरी, अजमत खान, अन्सार इदरीस, सद्दाम हुसैन, मोहम्मद साबिर सहित तमाम लोग उपस्थित रहे। अन्त में कमालुद्दीन अंसारी ने समस्त आगंतुकों, अंजुमन अखाड़ों और जुलूस में लगे सभी सजावट कमेटियों के प्रति आभार व्यक्त किया।0