वर्ष 2002 में मृत महिला ने 2021 में मास्टर प्लान से पास करवा ली भवन स्वीकृति
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जौनपुर। किसी की जमीन, जायदाद, सम्पत्ति आदि पर कब्जा करने के लिये जिन्दा को मुर्दा बनाने का मामला तो आये दिन प्रकाश में आता रहता है लेकिन मुर्दा को जिन्दा घोषित करने का मामला कम दिखायी व सुनायी पड़ता है। ऐसा ही एक मामला नगर के वाजिदपुर दक्षिणी मोहल्ले का है जहां वर्ष 2002 में मृत महिला द्वारा वर्ष 2021 में 3 दिसम्बर को मकान बनवाने का नक्शा पास करा लिया गया। हद तो तब हो गयी जब वही मृत महिला जिसको जिन्दा दर्शा करके कानून व समाज के आंख में धूल झोंकने का काम किया जा रहा है, द्वारा नगर पालिका परिषद जौनपुर में नाम दर्ज करवाते हुये एक जमीन पर मकान का निर्माण भी शुरू करा गया है।बता दें कि उक्त मृत महिला फूलमती देवी पत्नी विश्वनाथ प्रसाद है जिनको नगर के वाजिदपुर दक्षिणी का निवासी बताया जा रहा है। शिकायतकर्ता दिलीप जायसवाल के अनुसार फूलमती देवी की मृत्यु 11 दिसम्बर 2002 को हो गया है जिनके परिजन द्वारा नगर पालिका परिषद जौनपुर से मृत्यु प्रमाण पत्र भी बनवाया गया है। इधर वर्ष 2021 में उक्त मृतका द्वारा नियत प्राधिकारी विनियमित क्षेत्र जौनपुर से घर बनवाने के लिये नक्शा पास करा लिया गया है। इतना ही नहीं, नगर पालिका परिषद जौनपुर में नाम दर्ज करवाने के साथ नगर के वाजिदपुर दक्षिणी मोहल्ले में मकान का निर्माण भी कराया जा रहा है।
हास्यास्पद बात तो यह है कि मरने के इतने वर्षों के बाद भी उक्त महिला द्वारा मास्टर प्लान जौनपुर में मकान बनवाने के लिये नक्शा पास करने का आवेदन पत्र दिया जाना, भवन निर्माण स्वीकुति के लिये बैंक में जाकर सरकारी शुल्क जमा किया जाना, नगर पालिका में नाम दर्ज करवाने के लिये आवेदन पत्र दिया जाना कैसे हो रहा है? इतना ही नहीं, गत दिवस इस प्रकरण की शिकायत करने के बाद समाचार लिखे जाने तक निर्माण कार्य निरन्तर जारी है जो सोचनीय विषय है।