लापरवाह दो अधिकारी पर गिरी गाज, नौकरशाहों में हड़कम्प
प्रदेश सरकार ने समाज कल्याण अधिकारी सुनील कुमार सिंह व वाराणसी के उप निदेशक केएल गुप्ता को निलंबित कर दिया है। इन्होंने सामूहिक विवाह समारोह के दौरान मौके पर विवाह प्रमाणपत्र बनवाने की कोई व्यवस्था नहीं की थी। जिसके कारण सामूहिक विवाह के दौरान बेटियों के खाते में 35 हजार रुपये नहीं भेजे जा सके।
मौके पर मौजूद समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने इस पर कड़ी नाराजगी जताते हुए दोनों अधिकारियों को निलंबित कर दिया। समाज कल्याण मंत्री ने बदलापुर में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत आयोजित महोत्सव में शामिल होने पहुंचे थे। यहां 381 जोड़ों का सामूहिक विवाह आयोजित किया गया। सामूहिक विवाह योजना में 35 हजार रुपये विवाहिता के खाते में सरकार की तरफ से भेजे जाते हैं। इसके लिए विवाह प्रमाणपत्र की आवश्यकता होती है। पूर्व में यह भी देखा गया है कि प्रमाणपत्र में देरी होने के कारण लोगों के भुगतान भी लंबित हो जाते हैं। इस कमी को दूर करने के लिए समाज कल्याण विभाग ने पिछले दिनों एक शासनादेश जारी कर विवाह स्थल पर ही प्रमाणपत्र निर्गत करने के निर्देश दिए गए थे। इसके बावजूद बदलापुर में आयोजित सामूहिक विवाह महोत्सव में दोनों ही अधिकारियों ने एक भी विवाह प्रमाणपत्र जारी नहीं कराया। दोनों ही अधिकारियों ने इसके लिए कोई प्रयास भी नहीं किया। विभागीय मंत्री ने इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए समाज कल्याण अधिकारी जौनपुर और उप निदेशक वाराणसी को निलंबित कर दिया है।