रामलीला मंच पर श्रद्धा भाव से मनायी गयी वाल्मीकि जयंती
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जौनपुर। विकास खंड मछलीशहर के ग्राम बामी में खेले जा रहे रामलीला मंच पर शासन की मंशानुरूप महर्षि वाल्मीकि जयंती रविवार की रात श्रद्धा भाव के साथ मनायी गयी। कार्यक्रम के आरम्भ में गांव के पुरोहित अनिल उपाध्याय ने मन्त्रोंत्तचार कर शंखनाद किया। रामलीला समिति के अध्यक्ष शैलेंद्र सिंह ने महर्षि वाल्मीकि जी के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्ज्वलित किया तत्पश्चात रामलीला मंचन में प्रतिभाग कर रहे कलाकारों ने बारी -बारी से महर्षि वाल्मीकि जी के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किये। पंडाल में उपस्थित लोगों ने महर्षि वाल्मीकि का जयघोष किया। उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए अनिल उपाध्याय ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने एक दस्यु से अपना जीवन परिवर्तित कर महर्षि का दर्जा समाज में प्राप्त किया और रामायण की रचना करके परिवार और समाज के प्रबंधन की एक ऐसी आधारशिला रखी जो युगों - युगों तक प्रासंगिक बनी रहेगी। उन्हीं की रचना के चलते हजारों वर्षों से रामलीला का मंचन चल रहा है मंचन के लिए कलाकारों के आधारभूत स्वरूप उन्ही की रचना है। सम्बोधन के पश्चात रामलीला मंच पर उपस्थित संगीत मंडली ने वाल्मीकि आरती का पाठ शुरू किया और प्रसाद वितरण किया गया।तत्पश्चात रामलीला मंचन का कार्य प्रारम्भ हुआ।
आपको बताते चलें कि विगत वर्ष की तरह इस वर्ष भी जिला, तहसील, ब्लाक तथा ग्राम पंचायत स्तर पर महर्षि वाल्मीकि से जुड़े स्थलों, हनुमान मंदिर, राम जानकी मंदिर आदि पर महर्षि वाल्मीकि जयंती दीपदान और रामायण पाठ करके मनाने के लिए शासन स्तर एवं जिला स्तर से आदेश जारी किये गये थे, कार्यक्रम के पश्चात कार्यक्रम के फोटो और वीडियो संस्कृति विभाग के पोर्टल पर अपलोड करने के निर्देश दिए गए थे।