परमात्मा से जुड़ने का सच्चा साधन है सत्संगः साध्वी प्रेमलता
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शीतला चौकियां, जौनपुर। शीतला चौकियां धाम में चल रहे श्रीराम कथा प्रवचन के दूसरे दिन भोपाल से पधारी राष्ट्रीय कथावाचक साध्वी प्रेमलता ने बताया कि परमात्मा से जुड़ने का सच्चा साधन सत्संग व भजन कीर्तन है। युवा अवस्था में ही मन लगाकर भजन कीर्तन, सत्संग व पूजन पाठ कर परमात्मा से जुड़कर धर्म पथ पर आगे बढ़ना चाहिये। वृद्ध होने पर शरीर साथ नहीं देता है जीवन का कोई भरोसा नहीं। समय रहते ही भगवत भक्ति सत्संग कर परमात्मा से संबंध जोड़ लेना चाहिये। मनु सतुरूपा के प्रसंग पर वर्णन करते हुए कहा कि मनु द्वारा स्थापित धर्म का पालन करने से सच्चे अर्थों में मनुष्यता आती है। डा. अखिलेश चन्द्र पाठक ने कहा कि व्यक्ति के जीवन में धर्म एवं कर्म दोनों की प्रधानता होनी चाहिये जिससे अपनी उन्नति हो, दूसरों के भलाई की कामना हो वही सच्चा धर्म है और जिसमें अहंकार न हो, फल की इच्छा न हो वहीं सच्चा कर्म है। वाराणसी से पधारे प्रसिद्ध कथावाचक डा. मदन मोहन ने कहा कि सत्य की जड़ में ही सारा पुण्य होता है। इस अवसर पर गोविन्द शास्त्री, लाल बाबा, मदन साहू, सुरेन्द्र नाथ त्रिपाठी, आशीष माली, त्रिलोकी नाथ माली, प्रवेन्द्र त्रिपाठी, राहुल यादव, शिवासरे गिरि आदि उपस्थित रहे।