जश्न-ए ईद मिलादुन्नबी का निकला जुलूस , पूरा कस्बा झालरों से टिमटिमाया
सायं सात बजे शहीदी चौक स्थित जलसागाह के सामने से जुलूस प्रारम्भ हुआ। जुलूस की शुरुआत अंजुमनों के नातिया कलाम से हुआ। जुलूस में अंजुमन नूरे खुदा, अंजुमन शाफए महशर, अंजुमन यासीन, अंजुमन हनफिया मोईनिया ख्वाजापुर के रजाकार नातिया कलाम पेश करते हुए चल रहे थे। जुलूस में शामिल अखाड़ा भुलई शाह मरहूम , अखाड़ा सिद्धिकिया अटाला मस्जिद , अखाड़ा फतेह मोबीन हम्माम दरवाजा , अखाड़ा रजब उस्ताद जौनपुर के खिलाड़ियों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया।
जुलूस नगर का भ्रमण करने के बाद देर रात जलसागाह पहुंच कर जलसे में परिवर्तित हो गया। जलसे में मुफ़्ती अवैस अहमद मिस्बाही तथा मौलाना मोहम्मद खालिद मिस्बाही ने पैगम्बर मोहम्मद साहिब के उच्च आदर्शों पर प्रकाश डालते हुऐ तकरीर पेश किया। जलसे का आरम्भ कारी मेराज ने तेलावत कुरआन का पाठ करके किया। जलसा की सदारत कारी जलालुद्दीन बरकाती ने किया।
जलसे में मुख्य रूप से मौलाना हामिद रज़ा , हाफिज शफीकुल कादरी ,मौलाना सेराज अहमद, हाफिज जुबेर अहमद आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन मदरसे के नाज़िम सैयद ताहिर ने किया।
,रही कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
खेतासराय(जौनपुर) जिले का सबसे अतिसंवेदनशील खेतासराय कस्बा पुलिस के कड़ी निगरानी में रहा । यातायात की दृष्टि ट्रैफ़िक पुलिस भी जिले से बुलाई । एसडीएम अंकित कुमार और सीओ चोक सिंह ने पूरी सुरक्षा की कमान संभाल रखा था । एसओ यजुर्वेन्द्र सिंह ने बताया कि कार्यक्रम शकुशल रखने के लिए जिले से अतिरिक्त पुलिस के जवान बुलाए गए थे । तीन इंस्पेक्टर, दस दरोगा, पैंतीस हेड कांस्टेबल, दस महिला सिपाही, फायर ब्रिगेड समेत चार यातायात पुलिस भी बुलाए गए । कंट्रोल रूम से कप्तान का फ़ोन वायरलेस पर घनघनाता रहा ।