मोहम्मद साहब ने हमेशा मधुर व्यवहार को प्राथमिकता दीः मौलाना उरूज हैदर
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जौनपुर। नगर के चहारसू स्थित मस्जिद रौज़ा मख़दूम शाह अढहन में हज़रत मुहम्मद मुस्तफा (स.अ.व.) एवं हज़रत इमाम जाफर सादिक़ (अ.स.) के जन्मदिवस पर आयोजित होने वाले हफ्तय वहदत के क्रम में मोहल्लावासियों एवं चहारसू मस्जिद इन्तेज़ामिया कमेटी की जानिब से महफ़िल व मिलाद का आयोजन बाद नमाजे मग़रिब किया गया। जामिया इमानिया नासिरया के अध्यापक मौलाना उरूज हैदर खां ने कहा कि हज़रत मोहम्मद साहब की शिक्षा में मुकारिमे एख़लाक़ (मधुर व्यवहार) का विशेष महत्व है। कोई भी व्यक्ति चाहे जितना बड़ा आलिम हो वह अल्लाह की निगाह में तभी स्थान पा सकता है जब उसका एख़लाक़ बुलन्द हो। वहीं नईम हैदर, सुरखाब, सैफ अब्बास, ज़मा जौनपुरी बन्ने ने हज़रत मोहम्मद साहब की शान में कसीदे पढ़े। मौलाना उरूज हैदर खां, डा. अबरार हुसैन, सैय्यद असलम नकवी को ज़ाकिरी के लिये, नईम हैदर को नौहाखानी के लिये, सैफ अब्बास, सुरखाब को पेशखानी के लिये स्मृति चिन्ह एवं शाल देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर शिया जामा मस्जिद नवाब बाग के मुतवल्ली समाजसेवी शेख़ अली मंज़र डेज़ी ने कहा कि हमारा समाज उच्च शिक्षा पर विशेष ध्यान दें। कार्यक्रम संयोजक डा. तकवीम हैदर राहिल ने महफ़िल में शरीक हुए तमाम मोमेनीन का शुक्रिया अदा किया। इस मौके पर वरिष्ठ नेता सैय्यद परवेज़ हसन, वसीम हैदर, अब्बास हैदर, शहरयार हैदर, मोहम्मद नासिर रज़ा गुडडू, अक़ील अब्बास, आले हसन, इंजिनियर बेलाल, फिरोज़ हैदर रज़ा अब्बास, क़मर अब्बास, बहादुर अदनान, फैज़ी मोहम्मद आदि मौजूद रहे।