तालीम के बगैर तरक्की नही हो सकती :जफ़र सरेश वाला
भारतीय समाज में शिक्षा की अलख जगाने का दावा करते हुए उन्होंने इसे शिक्षा को ‘तालीम की ताकत का नारा दिया है। इसी को लेकर वह यहां जनपद के मोहम्मद हसन पीजी कॉलेज में शिरकत करने आये थे।
गुजरात के बड़े व्यवसायी एवं प्रधानमंत्री मोदी के शिक्षा बढ़ावा देने वाले विचारों से प्रेरित सरेशवाला सुर्खियों में हैं। मीडिया से रूबरू होते हुए उन्होंने कहा कि हमारा मकसद है कि समाज की सभी कौम की आने वाली पीढ़ियां शिक्षित होकर विकास के मार्ग पर आगे बढ़े।
उन्होंने कहा कि शिक्षा ही विकास का मार्ग खोलती है। देश में गरीबी किसी मजहब और जाति को देखकर नहीं समझी जा सकती है। शिक्षा से तरक्की पायी जा सकती है। शिक्षा के क्षेत्र में सरकार बड़ा सहयोग दे रही है। युवा पीढ़ी को उसका लाभ उठाना चाहिए। सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को किसी मजहब के चश्मे से देखना गलत है।
उन्होंने कहा कि किसी भी शिक्षित समाज के लिए जरूरी है कि उसका चरित्र बेहतर हो। ताकि शिक्षा और चरित्र मिलकर एक अच्छा समाज बने। कार्यक्रम का उद्देश्य समाज के गरीब व वंचित परिवार के बच्चों को शिक्षा से जोड़कर उन्हें मुख्य धारा में लाने का प्रयास है। अब तक देश के 53 से ज्यादा शहरों में कार्य किया है।
गुजरात की चर्चा करते हुए बताया कि अभियान का परिणाम है कि यहां पर शिक्षा का स्तर खास कर मुसलमानो में अधिक बढ़ा है। गुजरात में महिला पुरूष सभी शिक्षा के प्रति जागरूक हो गये हैं। मदरसा शिक्षा के बाबत कहा कि वे लोग जो पढ़ा रहे उससे हमारा कोई लेना देना नहीं, लेकिन शिक्षा के क्षेत्र में हम जो देना चाहते हैं अगर लेना चाहे तो हम उनके बच्चो को शिक्षित बनाने का प्रयास जरूर करेंगे।