पत्रकारिता के क्षेत्र में गांधी माने जाते थे कामेश्वर नाथ : विजय मिश्रा
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जौनपुर। संपादक कामेश्वर नाथ के आकस्मिक निधन पर यू.पी.वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन (सम्बद्ध- आई.एफ.डब्ल्यू. जे.) जौनपुर ईकाई के तत्वावधान मे जिला कार्यालय पर एक शोकसभा का आयोजन किया गया। जिसमें यूनियन के जिलाध्यक्ष विजय प्रकाश मिश्र ने सम्पादक के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि स्वर्गीय कामेश्वर नाथ जी सोमवार की शाम नवरात्रि पूजन और जलपान के बाद हमेशा की तरह घर से टहलने के लिए निकले थे। टहल कर लौटते समय अचानक सड़क पर गिर जाने से उनकी मृत्यु हो गई। जिनके निधन से पत्रकारिता जगत का एक जुझारू और कर्तव्य निष्ठ पत्रकार की कमी जनपद के पत्रकारिता जगत मे हुई जिसकी भरपाई नहीं की जा सकती हैं। उन्होंने लगभग 4 दशकों तक निर्भीक और निष्पक्ष पत्रकारिता की। ईमानदारी, जनसेवा और सच्ची पत्रकारिता के लिए अपने समर्पण और व्यक्तिगत जीवन में सादगी के कारण वे अपने साथियों सहकर्मियों और आम जनमानस के बीच गाँधी के रूप में जाने जाते थे। ज्ञात हो कि स्वर्गीय कामेश्वनाथ आजादी के बाद 1960 के दशक से पत्रकारिता की शुरूआत की और जनपद से प्रकाशित सांध्य हिंदी दैनिक जौनपुर समाचार पत्र के संपादक मुद्रक व स्वत्वाधिकारी के रूप में कार्य करते रहे। उनके आकस्मिक निधन से पत्रकारिता जगत की अपूरणीय क्षति हुई। शोक सभा के अन्त में दो मिनट का मौन रखकर मृत आत्मा की शान्ति एवं उनके परिवार को सहन शक्ति प्रदान करने हेतु ईश्वर से प्रार्थना की गई। इस अवसर सम्पादक आदर्श कुमार ,डा.यशवन्त कुमार गुप्त, जुबेर अहमद ,रविंद्र कुमार मिश्रा ,लाल बहादुर यादव, प्रेम प्रकाश मिश्र,अरुण कुमार यादव , दीपक वर्मा एडवोकेट,ओम प्रकाश यादव ,दीपक मिश्रा, रियाज उल हक, शब्बीर हैदर,जावेद रिजवी,चन्द्र मणि पान्डेय, सन्तोष कुमार यादव, देवेंद्र खरे ,आशुतोष अस्थाना, परेश कुमारसिन्हा, दीपक चिटकारिया,प्रमोद कुमार पान्डेय, मोहर्रम अली,अजीत सिंह,अरुण कुमार तिवारी, सुधाकर शुक्ला, रजींत साहू,बिहारी लाल यादव, अमरेश कुमार पान्डेय, राम चन्द्र नागर, सुधीर कुमार सिंह, चन्द्र प्रकाश तिवारी, नरेंद्र कुमार गिरि, मनीष कुमार गुप्ता, प्रमोद कुमार माली, मो हारून ,सहित अनेक इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया के साथी उपस्थित रहे। शोक सभा का संचालन यूनियन के महामंत्री संतोष कुमार सोन्थालिया ने किया।