एनईपी में बहुविषयक टीचिंग और रिसर्च पर जोर
व्यावहारिक मनोविज्ञान के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ मनोज कुमार पांडेय ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति भारत को विश्व गुरु बनाने में सहयोग करेगी। ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था की आवश्यकता की पूर्ति के लिए मौजूदा शिक्षा प्रणाली में परिवर्तन की आवश्यकता पड़ी। उन्होंने कहा कि इसके तहत डिजिटल यूनिवर्सिटी और ऑनलाइन क्लासरूम की व्यवस्था की जा रही है। कार्यशाला की अध्यक्षता डीन संकाय के प्रो. बीबी तिवारी ने किया। इस अवसर पर कार्यशाला के नोडल अधिकारी प्रो. अजय द्विवेदी ने कार्यशाला की रूपरेखा प्रस्तुत की। इस अवसर पर प्रो. प्रदीप कुमार, प्रो. नुपूर तिवारी, प्रो. देवराज सिंह, डा. मनोज मिश्र, डा. गिरधर मिश्र, डा. प्रमोद यादव, डा. संजीव गंगवार, डा. सुनील कुमार, डा. दिग्विजय सिंह राठौर,डा. नीतेश जायसवाल, डा. पुनीत धवन, डा. अशोक यादव, डा. धीरेंद्र चौधरी, डा. श्याम कन्हैया, डा. अवध बिहारी सिंह, डा. चंदन सिंह आदि थे।