बहुचर्चित लेखपाल शासन-सत्ता पर पड़ रहा भारी
किसानों द्वारा उपजिलाधिकारी मड़ियाहूं एवं जिलाअधिकारी जौनपुर को शिकायती पत्र देकर अवगत कराये जाने के पश्चात भी उसके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई। किसानों द्वारा बीते 29 जून 2022 को पुनः जिलाधिकारी से शिकायत किया जिसको संज्ञान में लेते हुये उन्होंने 4 जुलाई 2022 को उक्त बहुचर्चित लेखपाल रमेश तिवारी का स्थानांतरण मड़ियाहूं तहसील से शाहगंज कर दिया। हास्यास्पद बात तो यह है कि मनबढ़ व दबंग किस्म का उक्त लेखपाल यथावत बना हुआ है जिससे अब मड़ियाहूं क्षेत्र में उपजिलाधिकारी सहित राजस्व विभाग के अधिकारियों पर जनता की अंगुली उठने लगी है। चर्चाओं की मानें तो राजस्व विभाग के मुंहबोले लेखपाल रमेश तिवारी के विरुद्ध कार्यवाही की मांग करने वालों के ऊपर अब वह धमकी देने लगा है। लोगों की मानें तो उक्त लेखपाल का कहना है कि हम तुम्हारे चक को इस प्रकार बनाकर जाऊंगा कि तुम लोग जीवन भर आपस में लड़कर मरोगे। रहा सवाल मेरे स्थानांतरण का तो मेरी पकड़ ऊपर तक है। मेरा कोई भी स्थानांतरण नहीं करा सकता है। अब तो राजस्व विभाग पर उठ रहे तमाम विचारणीय प्रश्न विभागीय अधिकारियों को भी कटघरे में खड़ा करने लगा है।
अभी तक विभागीय बाबू, अमीन, लेखपाल, कानूनगो का स्थानांतरण हुआ तो रूका नहीं परंतु उक्त लेखपाल का स्थानांतरण आदेश कैसे नष्ट हो गया, यह लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है। ऐसे में लोगों का कहना है कि क्या राजस्व विभाग के अधिकारी उक्त लेखपाल के हाथों बिक गये हैं? क्या जिलाधिकारी का आदेश भी ढाक के तीन पात साबित हो रहा है। शिकायत एवं स्थानांतरण के बाद भी किसके सह पर शाहगंज का चार्ज नहीं ले रहा है?