महिलाओं के उत्थान में विशेष योगदान के लिए प्रोफेसर वंदना दुबे को किया गया सम्मानित
उन्होंने महिलाओं की क्षमता को आकार देने के लिए समाज, सरकार एवं स्वयं महिलाओं की भूमिका को प्रमुख बताया और ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं की जागरूकता पर विशेष बल दिया। विशिष्ट अतिथि के रूप में महिला उद्यमी श्रीमती चेतना साहू ने छात्र-छात्राओं को अपने उद्यम की स्थापना के संघर्ष तथा कार्य योजना को सफल बनाने में आने वाली समस्याओं का जिक्र किया और उससे किस तरह से प्रबंधन कर सफलता को पाया जाए इस पर प्रकाश डाला।
कॉलेज के प्रबंधक राजीव कुमार सिंह ने अपने आशीर्वचन में महिलाओं की प्राचीन काल से आज तक सबल और सम्मानित स्थिति का जिक्र करते हुए विभिन्न उदाहरणों से समझाया और आज भी महिलाएं निरंतर विकास के पथ पर अग्रसारित हो इसकी शुभकामना दी।
कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ पी. के. सिंह ने स्वस्थ एवं सफल जीवन के लिए महिलाओं की स्थिति पर चर्चा करते हुए कई सुझाव प्रस्तुत किए जो बेहतर जीवन जीने में सहायक हो। प्राचार्य प्रोफेसर आशुतोष गुप्ता ने शिक्षा के महत्व के साथ उद्यमिता की आवश्यकता को बताया जिसको कुछ स्टोरीज के साथ कई उदाहरण देकर छात्र छात्राओं को प्रेरित किया। कार्यक्रम में प्रोफेसर पुष्पा सिंह ने सभी का स्वागत किया।
कार्यक्रम का कुशलता पूर्वक संचालन करते हुए प्रोफेसर मुक्ता राजे ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया। इस संगोष्ठी में डॉक्टर योगेंद्र सिंह, डॉ राघुवेंद्र, डॉ कुँवर शेखर गुप्ता, डॉ मनोज सोनकर, डॉ संजय राय, डॉ नितेश कुमार यादव, डॉ संजय सिंह, डॉ सूरज गुप्ता, डॉ देवेंद्र पांडेय आदि ने अपनी गरिमामई उपस्थिति दी साथ में बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।