निलंबित तीनों कर्मचारियों की जांच के लिए एक कमेटी गठित
सत्यापन के दौरान सुरेंद्र कुमार यादव का नाम व अनुक्रमांक बीपीएड चार्ट में नहीं मिला। जब सत्यापन रिपोर्ट विश्वविद्यालय ने बेसिक शिक्षा विभाग को नहीं भेजी तो सुरेंद्र कुमार यादव ने विश्वविद्यालय को दोबारा अवगत कराया। फिर सभी अभिलेखों की जांच कराई गई। तब जाकर पता चला कि विश्वविद्यालय के अधिकृत कार्यदायी संस्था की लापरवाही के चलते हंडिया पीजी कालेज बीपीएड 2006 का चार्ट गाजीपुर पीजी कालेज के बीएससी बीपीई में बाइंडिंग कर दिया गया था, जिस वजह से अभ्यर्थी का सत्यापन गलत हो गया था। जांच के दौरान दोनों सारणी पंजिका को सहायक कुलसचिव परीक्षा अमृत लाल पटेल व परीक्षा नियंत्रक व्यास नारायण सिंह के समक्ष अवलोकन के लिए प्रस्तुत भी किया गया था। फिर भी विश्वविद्यालय प्रशासन ने लापरवाही बरतने वाली कार्यदायी संस्था पर कार्रवाई न कर अभिलेख कक्ष के अधीक्षक उदय राज पटेल, सहायक कमल किशोर मौर्या व घनश्याम यादव को निलंबित कर दिया। कुलसचिव महेंद्र कुमार ने मामले की जांच के लिए सहायक कुलसचिव अजीत प्रताप सिंह समेत दो लोगों की कमेटी गठित कर दी है। गणित के शिक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे डा. ओमप्रकाश