दहकते हुए अंगारों पर हुआ मातम
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जौनपुर। माहे मुहर्रम की पहली व दूसरी तारीख को नगर के बलुआघाट, मुफ्तीमुहल्ला, बाजारभुआ, सिपाह,ख्वाजादोस्त, पुरानी बाजार सहित शिया मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में मजलिस मातम व नौहे खानी का सिलसिला देर रात्रि तक जारी रहा। बलुआघाट में रीठी तले इमामबाड़े में अंजुमन हुसैनिया के नेतृत्व मंे अलम, ताबूत का जुलूस निकाला गया जिसमें नवाज हसन खान ने अपने दर्द भरे नौहे पढ़कर माहौल को गमगीन कर दिया।
वहीं मुफ्तीमुहल्ले मंे देर रात्रि डॉ.कमर अब्बास ने मजलिस को खिताब किया जिसके बाद शबीहे ताबूत, अलम व दुलदुल का जुलूस निकाला गया जो अपने कदीम रास्तों से होता हुआ इमामबाड़े में पहुंचा यहां दहकते हुए अंगारों पर अजादारों ने चलकर नौहा व मातम कर कर्बला के शहीदों को पुरसा दिया। महिलाओं ने भी घरों में काले वस्त्र धारण कर अजाखानों में मजलिस व नौहा पढ़कर हजरत इमाम हुसैन अ.स. व उनके 91 साथियों की शहादत को याद कर नजराने अकीदत पेश किया। करंजाखुर्द में भी आजम जैदी के आवास पर देर रात्रि मजलिस हुई। मजलिस के बाद शबीहे ताबूत अलम व दुलदुल का जुलूस निकाला गया। अंजुमन ने नौहा मातम कर शहीदों को पुर्सा दिया।