आज़ादी का अमृत महोत्सव नई पीढ़ी को अतीत के गौरव से परिचित कराने का कार्यक्रम : डॉ. हरीश सिंह
इस वेबीनार में मुख्यवक्ता डॉ हरीश कुमार सिंह,एसोसिएट प्रोफेसर,राम स्वरूप ग्रामोद्योग परास्नातक महाविद्यालय पुखराया,कानपुर ने अपने संबोधन में कहा कि आज़ादी का अमृत महोत्सव नई पीढ़ी को अतीत के गौरव से परिचित कराने का कार्यक्रम है।जो समाज अपने अतीत को भूल जाता है वह बहुत जल्द नष्ट हो जाता है।आज़ादी के पहले पैदा हुए अधिकतर लोग आज इस दुनिया में नहीं हैं जिन्होंने अज़ादी का संघर्ष देखा था।नई पीढ़ी जिसने आज़ादी का संघर्ष नहीं देखा था उनके लिए हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस कार्यक्रम को चलाकर जो लोगों को परिचित कराया है उसके लिए वे बधाई के पात्र हैं।
डॉ हरीश कुमार सिंह ने भारतीय इतिहास में आज़ादी के गुमनाम नायकों के महत्व को रेखांकित करते हुए बताया कि आज़ादी के आंदोलन में राष्ट्र के बड़े नायकों के साथ देश के विभिन्न गुमनाम नायकों ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है।सूर्यसेन, मदनलाल धींगरा, रघुवीर सिंह ओसवाल जैसे विभिन्न क्रांतिकारियों ने आज़ादी के आंदोलन में बढ़- चढ़ कर प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम का विषय प्रवर्तन डॉ.राकेश कुमार यादव,संयोजक आजादी का अमृत महोत्सव एवं हर घर तिरंगा अभियान ने किया।संचालन डॉ.अविनाश वर्मा,बेबीनार संयोजक ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रोफेसर रमेश चंद्र सिंह ने दिया।
इस अवसर डॉ लक्ष्मण सिंह,वेबिनार की सहसंयोजक डॉ वंदना तिवारी,डॉ नीलमणि सिंह,डॉ. अवधेश कुमार मिश्र,डॉ अखिलेश कुमार तिवारी,डॉ.उदय प्रताप सिंह, डॉ. शशिकान्त यादव, डॉ. आलोक प्रताप सिंह, डॉ. पंकज सिंह,जितेंद्र सिंह, डॉ. नीलम सिंह, डॉ. नीलू सिंह, जितेंद्र कुमार ,विष्णुकांत त्रिपाठी, डॉ लालमणि प्रजापति,नीलम, विकास गौरव, सोनू यादव, विवेक सहित बड़ी संख्या में शिक्षक एवं छात्र उपस्थित रहे।