पूर्वांचल विश्वविद्यालय में गड़बड़ झाला :मूल्यांकन एक बार पारिश्रमिक डबल
विश्वविद्यालय में करीब डेढ़ माह से मूल्यांकन कार्य चल रहा है। एक सप्ताह पूर्व काफी संख्या में विश्वविद्यालय के वित्त विभाग में परीक्षक पहुंचे और कहा कि हमारा मूल्यांकन कार्य का पारिश्रमिक खाते में अब तक नहीं आया है। इसके बाद वित्त विभाग के लोगों ने परीक्षकों को परिसर स्थित बैंक में सत्यापन कराने के लिए भेज दिया। परीक्षकों ने फर्जी सत्यापन पत्र वित्त विभाग में जमा कर दिया। जिसके बाद उन्हें दोबारा वित्त विभाग द्वारा पारिश्रमिक बैंक में भेज दिया गया। बाद में पता चला कि करीब 50 की संख्या में परीक्षकों ने विश्वविद्यालय से मूल्यांकन कार्य का दोबारा पारिश्रमिक का भुगतान करा लिया है।
मूल्यांकन करते हुए फर्जी परीक्षक को पकड़ा गया, जिसके खिलाफ गुरुवार तक पुलिस को कोई तहरीर नहीं दी गई। लोगों का कहना है कि कहीं पूर्वांचल विश्वविद्यालय के अधिकारी व जिम्मेदार फर्जी परीक्षक को बचाने के मूड में तो नहीं हैं। वह पिछले चार वर्षों से मूल्यांकन कर रहा था और विश्वविद्यालय प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं लग सकी।
पूर्वांचल विश्वविद्यालय के नए मूल्यांकन केंद्र पर बुधवार की शाम शिक्षा शास्त्र की उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन करते हुए एक फर्जी परीक्षक को मूल्यांकन केंद्र के संयोजक ने पकड़ लिया। परीक्षक ने अंक भरने में त्रुटि की थी, जिसकी पूछताछ शुरू हुई तो पता चला कि उसने मूल्यांकन समन्वयक के ही फर्जी हस्ताक्षर से उत्तर पुस्तिकाओं का बंडल प्राप्त किया था। इसके बाद लोगों का संदेह बढ़ गया। उसे पकड़कर कड़ाई से पूछताछ की गई तो परीक्षक के पास से दर्जनभर अन्य फर्जी परीक्षकों के आइडी, कागजात, मुहर बरामद हुए। समन्वयक जेपी दुबे ने इस बात की जानकारी पुलिस को दी तो फर्जी परीक्षक हिरासत में ले लिया गया।