प्रेमी युगल के हत्यारो को मिली आजीवन कारावास की सज़ा
12 दिसंबर 2016 को प्रशांत घर आया था। दूसरे दिन पूरालाल प्राइमरी स्कूल में दोस्तों की दावत किया, जिसमें नवीन सिंह के अलावा गोलू उपाध्याय, कृपाशंकर निवासी बदलापुर व प्रतिमा भी मौजूद थी। सभी ने पार्टी की। इसके बाद 20 दिसंबर 2016 को दिन में तीन बजे सूचना मिली कि प्रतिमा व प्रशांत का शव प्रशांत की हार्डवेयर की दुकान पर है। वीरेंद्र ने आरोप लगाया कि नवीन, गोलू व कृपाशंकर ने मिलकर दोनों की हत्या कर दी। तमंचा व दो मोबाइल फोन गद्दे पर पड़ा हुआ था। पुलिस ने चार्जशीट दाखिल की। एडीजीसी लाल बहादुर पाल ने गवाहों को पेश किया। आरोपितों का मृतकों से संबंध, अंतिम बार सभी का साथ देखा जाना, आरोपितों का घटना के बाद कई दिनों तक फरार रहना, प्रतिमा व प्रशांत की मौत के संबंध में कोई स्पष्टीकरण न दे पाना आदि तथ्यों व अन्य साक्ष्यों के आधार पर कोर्ट ने तीनों को दोषी पाते हुए सजा सुनाया। आसमान से बरस रही आग, पारा 44 के पार